संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी की राजदूत निक्की हेली भारत के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। गुरुवार को दिल्ली के गौरी शंकर मंदिर, जामा मस्जिद और शीशगंज गुरुद्वारे पहुंचकर उन्होंने धार्मिक सद्भावना का संदेश दिया। इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारे में लंगर के लिए रोटियां भी बनाईं।
गुरुद्वारे शीश गंज के रसोईघर में लंगर के लिए बनाई जाने वाली सब्जी को पकाने में निक्की हेली ने सहयोग दिया। उन्होंने दिल्ली के कई ऐतिहासिक स्थलों का दौरा भी किया। उनका कहना है कि उनकी इस यात्रा का मकसद दुनिया के दो सबसे पुराने लोकतत्रों के बीच साझेदारी को मजबूत करना है।
हेली का कहना है , 'भारत वापस आकर मेरा दिल खुश हो गया है। यह उतना ही सुंदर है जितना मुझे याद था। मेरे माता-पिता ने कहा कि मैं पागल हूं जो इतनी गर्मी में वहां जा रही हूं, लेकिन मैं आपको बताना चाहती हूं कि भारत आने के लिए इतनी गर्मी झेली जा सकती है।'
इससे पहले बुधवार को हेली ने अमेरिका के राजदूत केनेथ जस्टर के साथ मुगलशाह हुमायूं के मकबरे का दौरा किया था। उन्होंने कहा कि हुमायूं का मकबरा इस बात की याद दिलाता है कि भारत संस्कृति की कितनी कद्र करता है। उन्होंने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हर बच्चे की सुरक्षा को सुनिश्चित करना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने दिल्ली के बुराड़ी इलाके में सत्यार्थी द्वारा स्थापित बाल पुर्नवास केंद्र मुक्ति आश्रम में जाकर बच्चों से भी बातचीत की।
हेली पंजाब के सिख प्रवासी की बेटी हैं। इससे पहले हेली साल 2014 में भी भारत आ चुकी हैं। उस समय वह साउथ कैरोलिना की गर्वनर थीं।