भारतीय मूल के न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली सदस्य जोहरान ममदानी, जो न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के लिए डेमोक्रेटिक प्राइमरी में जीत हासिल कर चुके हैं, उनके हाल के बयानों और पुराने ट्वीट्स को लेकर भारी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। ममदानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'युद्ध अपराधी' कहकर और हिंदू धर्म व भारत के लोकतांत्रिक संस्थानों पर सवाल उठाकर विवाद खड़ा कर दिया है। 24 जून 2025 को डेमोक्रेटिक प्राइमरी में 43.5% वोट हासिल करने के बाद ममदानी ने जीत का दावा किया, लेकिन उनकी टिप्पणियों ने भारतीय-अमेरिकी समुदाय और प्रमुख हस्तियों को नाराज कर दिया है।
ममदानी ने मई 2025 में एक सार्वजनिक मंच पर मोदी को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के समान बताया और 2002 के गुजरात दंगों में उनकी कथित भूमिका पर सवाल उठाए। उनकी टिप्पणियों में कहा गया कि मोदी ने मुसलमानों के खिलाफ ' mass slaughter' का नेतृत्व किया, जिससे गुजराती मुसलमानों की संख्या कम हो गई। हालांकि, यह दावा विवादास्पद है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने मोदी को दंगों में क्लीन चिट दे दी थी। इसके अलावा, अगस्त 2020 में टाइम्स स्क्वायर में राम मंदिर समारोह के विरोध में ममदानी ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जहां भीड़ ने हिंदुओं और भगवान राम के खिलाफ अपमानजनक नारे लगाए, लेकिन ममदानी ने इसका विरोध नहीं किया।
भारतीय-अमेरिकी नेता जेनिफर राजकुमार ने ममदानी की टिप्पणियों को 'हेट स्पीच' करार देते हुए कहा, "हिंदू धर्म शांति, अहिंसा और अंतरधार्मिक सौहार्द का प्रतीक है। हमारे नेता को पुल बनाना चाहिए, न कि तोड़ना।" सिख नेता जसप्रीत सिंह ने भी ममदानी पर हिंदू विरोधी बयानों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने ममदानी को 'नफरत फैलाने वाला' बताया, जबकि अन्य ने उनकी प्रगतिशील छवि का समर्थन किया।
ममदानी, जो मिरा नायर और महमूद ममदानी के बेटे हैं, ने अपनी मुस्लिम पहचान और प्रगतिशील नीतियों जैसे मुफ्त बस सेवा और किराया नियंत्रण पर जोर देकर युवाओं को आकर्षित किया। हालांकि, उनके इजरायल-विरोधी रुख और 'ग्लोबलाइज द इंतिफादा' जैसे बयानों ने यहूदी समुदाय को भी नाराज किया है। नवंबर 2025 के चुनाव में अगर ममदानी जीतते हैं, तो वे न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम मेयर बन सकते हैं, लेकिन उनके बयानों से चुनावी माहौल गरमा गया है।