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भारतीयों ने सिर्फ ‘स्पेलिंग बी’ में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है: प्रधानमंत्री मोदी

अमेरिका में भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारतीयों ने सिर्फ...
भारतीयों ने सिर्फ ‘स्पेलिंग बी’ में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है: प्रधानमंत्री मोदी

अमेरिका में भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारतीयों ने सिर्फ ‘स्पेलिंग बी’ प्रतियोगिता में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है और उन्होंने अमेरिका के साथ देश के संबंधों को मजबूती प्रदान करने में बड़ी भूमिका निभाई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह टिप्पणी बृहस्पतिवार को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के दौरान की। उन्होंने भारत-अमेरिका संबंधों की सफलता का अधिकांश श्रेय भारतीय-अमेरिकीयों को दिया।

मोदी ने 1.4 अरब भारतीयों के प्रतिनिधि के तौर पर बृहस्पतिवार को अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिकी कांग्रेस को दो बार संबोधित करना हमेशा एक बड़े सम्मान और गर्व की बात रही है। यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया है। पहली बार 2016 में उन्होंने कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘इन सब में भारतीय अमेरिकीयों ने बड़ी भूमिका निभाई है। वे न सिर्फ ‘स्पेलिंग बी’ बल्कि हर क्षेत्र में प्रतिभावान हैं। अपने दिल और दिमाग, प्रतिभा और कौशल तथा अमेरिका और भारत के लिए अपने प्रेम के कारण उन्होंने हमें जोड़ा है, उन्होंने दरवाजों को खोला है, उन्होंने हमारी साझेदारी की क्षमता को दिखाया है।’’

‘स्पेलिंग बी’ एक प्रतिष्ठित प्रतियोगिता है जिसमें भारतीय मूल के बच्चों का दबदबा रहा है। ‘2023 स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी’ प्रतियोगिता में फ्लोरिडा से आठवीं कक्षा के 14 वर्षीय छात्र देव शाह ने 95वीं राष्ट्रीय बी प्रतियोगिता जीती थी।

उन्होंने कहा, ‘‘आज भारत और अमेरिका अंतरिक्ष और समुद्र, विज्ञान और सेमी-कंडक्टर, स्टार्टअप और सतत विकास, प्रौद्योगिकी और कारोबार, कृषि और वित्त, कला और कृत्रिम मेधा, ऊर्जा एवं शिक्षा, स्वास्थ्य एवं मानवीय प्रयासों में मिलकर काम कर रहे हैं।’’

राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी अपने प्रशासन में उप राष्ट्रपति कमला हैरिस सहित भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के योगदान का उल्लेख किया, जिनकी सफलता की कहानी दोनों देशों के बीच संबंध और असीमित संभावनाओं की व्याख्या करती है।

हैरिस (58) कैलिफोर्निया के ऑकलैंड में पैदा हुईं और उनकी माता श्यामला गोपालन भारत के तमिलनाडु से अमेरिका आई थीं जबकि उनके पिता डोनाल्ड जे. हैरिस जमैका से अमेरिका आए थे।

बाइडन ने अपनी पहली राजकीय यात्रा पर आए मोदी का व्हाइट हाउस में स्वागत करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच यह विशेष संबंध यहां के लोगों के बीच विशेष बंधन से बना है, जो परिवार और बुजुर्गों के प्रति कर्तव्य, सभी लोगों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार, आत्म-अनुशासन, कड़ी मेहनत, विश्वास और समुदाय के प्रति सेवा, साहस, लचीलापन और सहनशीलता एवं सभी के लिए अवसर जैसे मूल्यों पर आधारित है, जो सार्वभौमिक है। बाइडन प्रशासन में रिकॉर्ड 150 से अधिक भारतीय अमेरिकी अहम पदों पर हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने भी भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए कहा कि व्हाइट हाउस में उनका जो भव्य स्वागत हुआ है वह भारत के 1.4 अरब लोगों और अमेरिका में रह रहे 40 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोगों के लिए सम्मान और गौरव की बात है।

राजकीय भोज को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारतीय अमेरिकी लोगों ने उस देश के विकास में अहम भूमिका निभाई है, जहां वे रह रहे हैं और उन्होंने भारत-अमेरिका संबंधों को भी मजबूत किया है।

इस रात्रिभोज में 400 से अधिक अतिथियों को आमंत्रित किया गया था, जिनमें मुकेश अंबानी, आनंद महिंद्रा, गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला और एप्पल के सीईओ टिम कुक समेत प्रौद्योगिकी जगत के कई दिग्गज एवं अरबपति उद्योगपति शामिल थे।

 

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