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कोरोना काल में एयरबस ने भारत को पहुंचाई और मदद, ऑक्‍सीजन प्‍लांट्स से लेकर मोबाइल आईसीयू तक कराए उपलब्ध

भारत में कोविड-19 के संकट के मद्देनजर एयरबस ने राहत सामग्री में बढ़ोतरी की है। कंपनी इंडियन रैड क्रॉस...
कोरोना काल में एयरबस ने भारत को पहुंचाई और मदद, ऑक्‍सीजन प्‍लांट्स से लेकर मोबाइल आईसीयू तक कराए उपलब्ध

भारत में कोविड-19 के संकट के मद्देनजर एयरबस ने राहत सामग्री में बढ़ोतरी की है। कंपनी इंडियन रैड क्रॉस सोसायटी को 36 टन से भी ज्यादा मेडिकल उपकरणों की अतिरिक्‍त आपूर्ति कर रही है। साथ ही, एयरबस देश-विदेश से राहत सामग्री की आपूर्ति के लिए उड़ानों का भी संचालन कर रही है।  

एयरबस ने भारत में ऑक्‍सीजन प्‍लांट्स, वेंटिलेटर्स, ऑक्‍सीजन कॉन्‍सन्‍ट्रेटर्स, बीपीएपी ब्रीदिंग मशीनों के अलावा मोबाइल इंटेंसिव केयर यूनिटों की भी डिलीवरी की है। इसी कड़ी में टूलूस, फ्रांस स्थित एयरबस मुख्‍यालय से एक A350 एयरक्रॉफ्ट ने ऑक्‍सीजन कॉन्‍सन्‍ट्रेटर्स और वेंटिलेटर्स की एक खेप भारत पहुंचायी है जबकि बाकी सामग्री भारत से ही जुटायी जा रही है।  

एयरबस द्वारा उपलब्‍ध करायी ताजा सहायता में दो ऑक्‍सीजन जेनरेटर प्‍लांट्स के अलावा 250 ऑक्‍सीजन कॉन्‍सन्‍ट्रेटर्स, 30 वेंटिलेटर्स, 100 बीपीएपी ब्रीदिंग  मशीनें तथा चार आईसीयू-ऑन-व्‍हील्‍स शामिल हैं।

कोविड-19 महामारी के बीच एयरबस ने देश के लिए दूसरी बार सहयोग किया है। इससे पहले, कंपनी ने भारत स्थित फ्रांस दूतावास के आह्वान पर जुटायी गई राहत पहल में भी आर्थिक मदद दी थी। उस वक्‍त भारत को उपलब्‍ध करायी गई 28 टन की राहत सामग्री में आठ बड़े ऑक्‍सीजन जेनरेटर्स, वेंटिलेटर्स, इलैक्ट्रिक सिरिंज पंप, एंटी-बैक्‍टीरियल फिल्‍टर्स और पेशेंट सर्किट शामिल थे।

 एयरबस इंडिया एवं दक्षिण एशिया के अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेश रेमी मैय्या ने कहा, ''एयरबस संकट की इस घड़ी में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। हमारा मकसद न सिर्फ अपने कर्मचारियों, ग्राहकों और भागीदारों को सहयोग देना है बल्कि हम भारत के अधिक से अधिक लोगों की भी मदद करना चाहते हैं। वायरस के खिलाफ यह हमारा साझा युद्ध है और एयरबस में हम भारत समेत दुनिया के लिए पेश आ रहे इस चुनौतीपूर्ण दौर में हर संभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'' 

 इसके अलावा, एयरबस फाउंडेशन यूरोप से राहत सामग्री को भारत पहुंचाने में सहायता देने के लिए अंतरराष्‍ट्रीय एवं भारतीय गैर-सरकारी संगठन भागीदारों से भी संपर्क बनाए हुए है। मैय्या ने कहा, ''हमारे भारतीय एनजीओ पार्टनर्स इस संकट के चलते लोगों की आजीविका तथा बच्‍चों की शिक्षा पर पड़ने वाले प्रभावों का आकलन करने में जुटे हैं। एयरबस ऐसी अतिरिक्‍त चुनौतियों से निपटने के लिए भी उन्‍हें सहायता उपलब्‍ध कराएगी।'' 


 

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