बीते शुक्रवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का विमान कराची एयरपोर्ट के पास क्रैश हो गया था। इसको लेकर सोमवार को एक रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट के मुताबिक दुर्घटनाग्रस्त विमान के पायलट ने लैंडिंग से पहले विमान की ऊंचाई और गति के बारे में एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की तीन चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया था। पायलट को ऐसा लगा था कि वो स्थिति को संभाल लेगा।
हुए विमान हादसे में 97 लोगों की मौत हो गई थी जबकि एयरबस ए-320 विमान में कुल 107 लोग सवार थे। ये फ्लाइट लाहौर से कराची जा रही थी और मलीर में मॉडल कॉलोनी के पास जिन्ना गार्डन इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
निर्धारित ऊंचाई से 3 से 4 हजार फीट ऊपर विमान उड़ा रहा था पायलट
पाकिस्तान की जियो न्यूज ने एटीसी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि लाहौर से कराची तक विमान जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 15 समुद्री मील की दूरी पर था। एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने पहली चेतावनी जारी की थी जब विमान को जमीन से 7 हजार फीट की ऊंचाई से उड़ान भरने की बजाय 10 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था। एटीसी ने पायलट को निर्धारित ऊचाई पर उड़ान भरने की चेतावनी दी थी। लेकिन, पायलट ने ऊंचाई कम करने की बजाय यह कहकर जवाब दिया कि वह संतुष्ट है। वहीं, जब हवाई अड्डे तक 10 समुद्री मील की दूरी पर विमान था उस समय जमीन से 3 हजार फीट की बजाय विमान 7 हजार फीट की ऊंचाई पर था।
दूसरी चेतावनी भी किया नजरअंदाज
जिसके बाद एटीसी ने विमान की ऊंचाई कम करने के लिए पायलट को दूसरी चेतावनी जारी की। रिपोर्ट में कहा गया है कि पायलट ने फिर से जवाब दिया कि वह संतुष्ट है और स्थिति को संभाल लेगा। वह लैंडिंग के लिए तैयार है।
जांच में जुटी एजेंसी
रिपोर्ट में कहा गया कि विमान में दो घंटा 34 मिनट तक उड़ान भरने के लिए पर्याप्त ईंधन था, जबकि इस विमान ने एक घंटा 33 मिनट उड़ान भरा था। फिलहाल पाकिस्तानी जांच एजेंसी ये पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि दुर्घटना पायलट की गलती से या तकनीकी गड़बड़ी से हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि जब विमान ने लैंडिंग करने के पहले प्रयास में असफल हो गया तो इंजन का तेल टैंक और ईंधन पंप क्षतिग्रस्त हो गया जिससे रिसाव शुरू हो गया।
लैंडिग में हुई भारी चूक
जिसके बाद पायलट ने खुद से ही लैंडिंग करने का निर्णय लिया। जबकि एटीसी ने सूचित किया कि अभी लैंडिंग गियर तैनात नहीं किया गया है। उसके बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने पायलट को निर्देशित किया कि विमान को 3,000 फीट तक की ऊंचाई पर ले जाए। लेकिन पायलट केवल 1,800 फीट ऊपर ही ले जा पाया। उसके बाद पायलट ने कहा कि वो कोशिश कर रहा है।