इसी बीच दक्षिण कोरिया के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि सायबर हमले का खतरा अभी टला नहीं है। दक्षिण कोरिया इसके लिए उत्तर कोरिया को दोषी मान रहा है। उल्लेखनीय है कि अब तक के सबसे बड़े सायबर हमले में 150 देशों के दो लाख से ज्यादा कंप्यूटरों को निशाना बनाया गया।
पिछले चार पांच दिनों से बैंकों, अस्पतालों और सरकारी एजेंसियों के कंप्यूटर इस हमले के शिकार हो रहे हैं। हैकर उन कंप्यूटरों को खासतौर से निशाना बना रहे हैं, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम के पुराने वर्जन का इस्तेमाल हो रहा है।
सियोल की इंटरनेट सिक्युरिटी फर्म हॉरी के निदेशक सिमोन चोई ने बताया कि हाल के साइबर हमले में जो कोड इस्तेमाल किया गया है, उसमें और उन पिछले हमलों में ऐसी कई समानताएं देखी गई हैं, जिनका दोषी उत्तर कोरिया को बताया जा रहा है।