13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में आरोपी भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी की बहन पूर्वी मेहता सरकारी गवाह बन गई हैं। पूर्वी मेहता ने ब्रिटेन के अपने बैंक अकाउंट से लगभग 17 करोड़ रुपये भारत सरकार के खाते में ट्रांसफर किए हैं।
इस मामले में पूर्वी मेहता और उनके पति मयंक मेहता को जनवरी में मुंबई की एक विशेष पीएमएलए अदालत ने 'क्षमा का प्रस्ताव' दिया था। इसके लिए कोर्ट ने शर्त रखी थी कि वे पूर्ण और सही जांच के लिए एजेंसी की मदद करेंगे। पूर्वी और उनके पति ब्रिटिश नागरिक हैं और कभी भी जांच में शामिल नहीं हुए हैं।
24 जून के पूर्वी मेहता ने ईडी को सूचित किया कि लंदन, यूनाइटेड किंगडम में उनके नाम पर एक बैंक अकाउंट है, जो उनके भाई नीरव मोदी के कहने पर खोला गया था और इसमें जमा पैसे उनके नहीं थे।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि जैसा कि पूर्वी मोदी को सही खुलासे और जांच करने की शर्तों पर क्षमादान की अनुमति दी गई थी, उसने अपने यूके बैंक खाते से 23,16,889.03 अमरीकी डालर की राशि भारत सरकार, प्रवर्तन निदेशालय के बैंक खाते में भेज दी है।
आगे कहा गया कि पूर्वी मेहता के सहयोग के साथ ईडी अपराध की आय से लगभग 17.25 करोड़ रुपये (2316889.03 अमरीकी डालर) की वसूली कर ली गई है।
एजेंसी के अनुसार पूर्वी मेहता ने ईडी को आश्वासन दिया था कि वह 579 करोड़ रुपये की जब्त की गई संपत्ति प्राप्त करने में एजेंसी की मदद करेगी, जिसमें न्यूयॉर्क और लंदन में फ्लैट और स्विस बैंक जमा शामिल हैं।