चीन के पूर्व राष्ट्रपति जियांग जेमिन का निधन हो गया है। उन्होंने 96 साल की उम्र में अंतिम सांस ली है। चीनी सरकारी मीडिया के अनुसार वे ल्यूकेमिया बीमारी से पीड़ित थे। इसके कारण उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। बीमारी के चलते ही बुधवार, 30 नवंबर 2022 को उनकी मौत हो गई।
जियांग का निधन ऐसे समय हुआ है, जब कोविड प्रतिबंधों के कारण चीन के अलग-अलग शहरों में भारी विरोध प्रदर्शन चल रहा है। जियांग के शासनकाल में तियानमेन स्क्वायर विरोध के बाद चीन में कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं हुआ।
जानकारी के मुताबिक, जियांग जेमिन को 1989 के तियानमेन स्क्वायर नरसंहार के बाद चीन के नेतृत्व के लिए चुना गया था। उन्होंने करीब एक दशक तक चीन पर शासन किया। जियांग के शासनकाल में तियानमेन स्क्वायर विरोध के बाद चीन में कोई बड़ा प्रदर्शन नहीं हुआ था।
1996 में चीन के राष्ट्रपति रहे जियांग जेमिन ने पाकिस्तानी संसद में दिए अपने संबोधन में कहा था कि अगर कुछ मुद्दों का हल न निकल रहा हो तो उन्हें ठंडे बस्ते में डाल देना चाहिए। इससे दोनों देशों के बीच सामान्य संबंधों के रास्ते पर आगे बढ़ा जा सकता है। हालांकि, पाकिस्तान ने पूर्व चीनी राष्ट्रपति की बात का विरोध कर दिया था।
जियांग का जन्म 17 अगस्त 1926 को हो हुआ था और साल 1993 से 2003 तक चीन के राष्ट्रपति रहे। उनकी पत्नी का नाम वांग येपिंग है। उनके दो बेटे हैं, जियांग मियांहेंग और जियांग मियांकांग। जियांग मियांहेंग चीनी अंतरिक्ष कार्यक्रम के भीतर काम करते हुए एक सफल अकादमिक और व्यवसायी बन गए और ग्रेस सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन की स्थापना की।