संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में आयोजित योग सत्र को सर्वाधिक देशों के लोगों की सहभागिता के मामले में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। इस दौरान 135 देशों के प्रतिनिधियों ने एक साथ यूएन में योग किया। मालूम हो कि इस कार्यक्रम में सबसे अधिक अलग-अलग देशों के लोग शामिल थे।
राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा के पहले चरण में यहां आये मोदी ने नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ऐतिहासिक समारोह का नेतृत्व किया। इसमें संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों, राजनयिकों और जानीमानी हस्तियों ने भाग लिया।
रिकॉर्ड को लेकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक निर्णायक और प्रवक्ता माइकल एम्प्रिक ने जानकारी दी, "आज एक योग सत्र में सबसे अधिक अलग-अलग देशों के लोग एक साथ योगा सेशन में शामिल हुए। यह एक नया विश्व रिकॉर्ड है। एम्प्रिक ने कहा कि आज न्यूयॉर्क में 135 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। यह एक नया गिनीज विश्व रिकॉर्ड है।
#WATCH | New York | Michael Empric, Guinness World Records official adjudicator says, "Today there was a Guinness World Records title attempt for most nationalities in a Yoga lesson. The mark to be was 140 nationalities. Today in New York, at the UN, they have 135. It is a new… pic.twitter.com/gWdL0rjs4C
— ANI (@ANI) June 21, 2023
अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग सत्र ने सर्वाधिक देशों की नागरिकता वाले लोगों की सहभागिता के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं आप सभी को यहां देखकर प्रसन्न हूं। आप सभी का आने के लिए शुक्रिया। मुझे बताया गया है कि आज यहां लगभग हर राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग हैं।''
#WATCH | Guinness world record for most nationalities in a Yoga session created at the Yoga Day event led by PM Narendra Modi, at the UN headquarters in New York. #InternationalDayofYoga2023 pic.twitter.com/1uClPB1led
— ANI (@ANI) June 21, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर बुधवार को यहां आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम के उद्घाटन संबोधन में योग दिवस मनाने के लिए दुनिया का आभार जताते हुए कहा कि योग भारत एक अति प्राचीन परंपरा है और भारत की तमाम प्राचीन परंपराओं की तरह यह परंपरा न केवल जीवंत है, बल्कि गतिमान भी है। मोदी ने कहा, ‘‘योग कॉपी राइट, पेटेंट और रॉयलटी के भुगतान से मुक्त है। योग को हर उम्र, हर लिंग और हर शारीरिक स्थिति में अपनाया जा सकता है। आप इसका अभ्यास घर पर, काम पर और यात्रा के दौरान कहीं भी कर सकते हैं।''