Advertisement

संयुक्त राष्ट्र में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड, पीएम मोदी ने किया नेतृत्व, 130 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी...
संयुक्त राष्ट्र में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में बना वर्ल्ड रिकॉर्ड, पीएम मोदी ने किया नेतृत्व, 130 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में बुधवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में आयोजित योग सत्र को सर्वाधिक देशों के लोगों की सहभागिता के मामले में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। इस दौरान 135 देशों के प्रतिनिधियों ने एक साथ यूएन में योग किया। मालूम हो कि इस कार्यक्रम में सबसे अधिक अलग-अलग देशों के लोग शामिल थे।

राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा के पहले चरण में यहां आये मोदी ने नौवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ऐतिहासिक समारोह का नेतृत्व किया। इसमें संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष अधिकारियों, राजनयिकों और जानीमानी हस्तियों ने भाग लिया।

रिकॉर्ड को लेकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक निर्णायक और प्रवक्ता माइकल एम्प्रिक ने जानकारी दी, "आज एक योग सत्र में सबसे अधिक अलग-अलग देशों के लोग एक साथ योगा सेशन में शामिल हुए। यह एक नया विश्व रिकॉर्ड है। एम्प्रिक ने कहा कि आज न्यूयॉर्क में 135 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए। यह एक नया गिनीज विश्व रिकॉर्ड है।

 

अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित योग सत्र ने सर्वाधिक देशों की नागरिकता वाले लोगों की सहभागिता के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं आप सभी को यहां देखकर प्रसन्न हूं। आप सभी का आने के लिए शुक्रिया। मुझे बताया गया है कि आज यहां लगभग हर राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग हैं।''


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर बुधवार को यहां आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रम के उद्घाटन संबोधन में योग दिवस मनाने के लिए दुनिया का आभार जताते हुए कहा कि योग भारत एक अति प्राचीन परंपरा है और भारत की तमाम प्राचीन परंपराओं की तरह यह परंपरा न केवल जीवंत है, बल्कि गतिमान भी है। मोदी ने कहा, ‘‘योग कॉपी राइट, पेटेंट और रॉयलटी के भुगतान से मुक्त है। योग को हर उम्र, हर लिंग और हर शारीरिक स्थिति में अपनाया जा सकता है। आप इसका अभ्यास घर पर, काम पर और यात्रा के दौरान कहीं भी कर सकते हैं।'' 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad