ट्रंप ने कहा कि यह समझौता अमेरिका के लिए अनुचित है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत और चीन अपने कोयला उत्पादन के स्तर को दोगुना करेंगे। इससे पहले अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका को दोबारा से महान बनाने के लिए ये कदम उठा रहे हैं। ट्रंप का कहना है कि इस समझौते में भारत और चीन के लिए सख्त प्रावधान नहीं किए गए हैं, जबकि ये दोनों देश प्रदूषण रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में कहा, ‘हमारे नागरिकों के संरक्षण के अपने गंभीर कर्तव्यों को पूरा करने के लिए अमेरिका पेरिस जलवायु समझौते से हट जाएगा। हम उससे हट रहे हैं और फिर से बातचीत शुरू करेंगे।’ ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि जलवायु परिवर्तन को लेकर पेरिस समझौते में अमेरिकी हितों के लिए एक उचित समझौता हो।
बराक ने की निंदा
ट्रंप के इस कदम की पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रंप की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका समझौते का पालन न कर भावी पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। डेमोक्रेटिक सांसदों ने भी ट्रंप के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है।
ट्रंप ने समझौते को अमेरिका के लिए खराब माना
ट्रंप ने कहा कि पेरिस जलवायु समझौता अमेरिका के लिए बेहद खराब करार है। इस समझौते से अमेरिका को अलग करने की घोषणा करते हुए ट्रंप ने यह भी कहा कि वह पेरिस समझौते पर फिर से बातचीत शुरू करेंगे, ताकि अमेरिका और इसके लोगों के हित में उचित समझौता किया जा सके।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    