पाकिस्तान ने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत के साथ तनाव बढ़ने पर उसे उचित समय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक बुलाने का अधिकार है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम देख रहे हैं कि यह सब कुछ जम्मू-कश्मीर की स्थिति की पृष्ठभूमि में हो रहा है।’’
अहमद ने एक सवाल के जवाब में यह बात कही, जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की योजना बना रहा है।
पाकिस्तान वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक अस्थायी सदस्य है और जुलाई में 15 देशों वाली संयुक्त राष्ट्र संस्था की अध्यक्षता करेगा। अहमद ने कहा, ‘‘यहां स्पष्ट है कि यह एक घटना थी, लेकिन अब जो स्थिति उत्पन्न हो गई है, वह क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए वास्तविक खतरा है। और हमारा मानना है कि सुरक्षा परिषद को वास्तव में यह अधिकार प्राप्त है और पाकिस्तान समेत परिषद के किसी भी सदस्य के लिए सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाना, चर्चा का अनुरोध करना और इस गंभीर स्थिति पर विचार करना पूरी तरह से वैध होगा।’’
असीम इफ्तिखार अहमद ने कहा, ‘‘हमने परिषद के सदस्यों के साथ इस पर चर्चा की है। हमने पिछले महीने के अध्यक्ष और इस महीने के अध्यक्ष के साथ इस पर चर्चा की है। हम स्थिति पर बहुत बारीकी से नजर रख रहे हैं और हमें उचित लगने पर बैठक बुलाने का अधिकार है।’’
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी, जिसके परिणामस्वरूप दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।