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अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर क्या बोला पाकिस्तान?

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान...
अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर क्या बोला पाकिस्तान?

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान के साथ जुड़े रहना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद युद्धग्रस्त पड़ोसी देश जहां अभूतपूर्व तरीके से सरकार गिर गई है और  जिसे तालिबान ने अपने कब्जे में ले लिया है वहां राजनीतिक समाधान लाने के लिए एक सुविधाजनक भूमिका निभाता रहेगा। 

तालिबान विद्रोहियों ने रविवार को काबुल में अमेरिका समर्थित अफगान सरकार के गिरने और राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश से भाग जाने के बाद दो दशक के अभियान का अभूतपूर्व अंत किया, जिसमें अमेरिका और उसके सहयोगियों ने युद्ध से तबाह राष्ट्र को बदलने की कोशिश की थी।

कुरैशी ने यहां पूर्व उप राष्ट्रपति मुहम्मद यूनुस कानून के नेतृत्व में अफगानिस्तान के नेताओं के एक राजनीतिक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद ट्वीट किया, "पाकिस्तान हमारी स्थिति पर बहुत स्पष्ट है: हमारा मानना है कि बातचीत से राजनीतिक समझौता ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है। हम गृहयुद्ध के निरंतर चक्र को नहीं देखना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि अफगानिस्तान के लोग पनपे, न कि केवल जीवित रहें।"

कुरैशी ने जोर देकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान के साथ जुड़े रहना चाहिए। अफगानिस्तान और क्षेत्र के लाभ के लिए हम अपने अगले कदमों का बारीकी से समन्वय करते हैं।

कुरैशी ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति और सुलह प्रक्रिया के समर्थन में एक स्पष्ट अंतरराष्ट्रीय छुकाव है और देश में एक समावेशी और व्यापक राजनीतिक समाधान के लिए सभी विश्व नेताओं का एकजुट होना आवश्यक है।

उन्होंने बैठक की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए ट्वीट किया, "हमारा अंतिम उद्देश्य शांतिपूर्ण, एकजुट, लोकतांत्रिक, स्थिर और समृद्ध अफगानिस्तान है।"

रविवार को इस्लामाबाद में अफगानी प्रतिनिधिमंडल के आगमन के साथ ही राष्ट्रपति गनी अफगानिस्तान से भाग गए, जिससे उनके समर्थकों की स्थिति बेहद कमजोर हो गई। अफगान प्रतिनिधिमंडल में ऐसे नेता शामिल हैं जो 2001 में तालिबान के तख्तापलट के बाद विभिन्न सरकारों का हिस्सा थे।

 

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