Advertisement

इंडोनेशिया: भूकंप-सुनामी में मरने वालों की संख्या 832 के पार, अब सामूहिक दफनाने की हो रही तैयारी

इंडोनेशिया में भूकंप और सुनामी के कारण हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है। इस आपदा में मरने वालों की...
इंडोनेशिया: भूकंप-सुनामी में मरने वालों की संख्या 832 के पार, अब सामूहिक दफनाने की हो रही तैयारी

इंडोनेशिया में भूकंप और सुनामी के कारण हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है। इस आपदा में मरने वालों की संख्या 832 के पार पहुंच गई है। इंडोनेशिया प्रशासन सुनामी में मारे गए सैकड़ों लोगों को सामूहिक तौर पर दफन करने की प्रक्रिया शुरू करेगा, इसके लिए 1000 से अधिक शवों के लिए सामूहिक कब्र खोदी गई है।

दरअसल, इंडोनेशिया प्रशासन सोमवार को भूकंप और उसके बाद आई सुनामी में मारे गए सैकड़ों लोगों को सामूहिक तौर पर दफन करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। आपदा के कारण मची तबाही से निबट रहे अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय सहयोग मांगा है।

खोज अभियान अभी भी जारी

इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर 28 सितंबर को आए भूकंप और सूनामी के बाद खोज और राहत अभियान अभी भी जारी है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी (बीएनपीबी) के प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने कहा कि शवों के सामूहिक दफन की प्रक्रिया पालू के बाहरी इलाके में होगी।

इस आपदा में 832 से अधिक लोगों की मौत

भूकंप और सुनामी से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र पालू है, जहां आपदा के दौरान 832 लोगों की मौत हुई थी। इस बीच, कई लोग अब भी ध्वस्त इमारतों के बीच फंसे हुए हैं और ऐसी आशंका है कि क्षतिग्रस्त सुलावेसी द्वीप में यह संख्या बढ़ सकती है।

16,732 लोग विस्थापित हुए

इस बीच राहत टीमों ने 7.5 तीव्रता के भूकंप में ढही इमारतों के मलबे से लोगों की तलाश के लिए खोज अभियान जारी रखा है। विनाशकारी आपदा से 540 लोग घायल हुए जो अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, 16,732 लोग विस्थापित हुए हैं।

मूलभूत सुविधाएं बहाल करने पर चल रहा है काम

बीएनपीबी के प्रवक्ता ने बताया कि प्रशासन पालू में बिजली आपूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाएं बहाल करने पर काम कर रहा है। व्यावसायिक उड़ानों के लिए पालू हवाईअड्डे पर संचालन बहाल कर दिया गया है। इंडोनेशिया का स्वास्थ्य मंत्रालय भी अतिरिक्त दवाईयों और स्वास्थ्य सुविधाओं की आपूर्ति कर रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप और सुनामी के बाद जीवित बचे लोग खाने-पीने की चीजों के लिए दुकान लूट रहे हैं लेकिन पुलिसकर्मी उन्हें नहीं रोक रहे। पालू में एक व्यक्ति ने बताया, ‘कोई सहायता नहीं है। हम भूखे हैं हमारे पास दुकानें लूटने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि हमें भोजन चाहिए’।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad