नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने देश में जारी सरकार विरोधी जबर्दस्त प्रदर्शनों के मद्देनजर मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
इसके पहले केपी शर्मा ओली के कैबिनेट के कई मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था। नेपाल में मचे बवाल के बीच इस बात के पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि नेपाल में तख्ता पलट हो सकता है और ऐसा भी हो सकता है कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली देश छोड़कर भाग जाए लेकिन उसके पहले उन्हें युवाओं के आंदोलन के खिलाफ झुकना पड़ा और अपना इस्तीफा देना पड़ा।
बता दें कि सोमवार को शुरू हुए हिंसक प्रदर्शनों में 20 से ज्यादा लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने के बाद सरकार पूरी तरह से घिर गई थी।
राजधानी और देश के कई हिस्सों में हुए प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया देते हुए ओली ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हाल की घटनाओं ने उन्हें व्यथित किया है, लेकिन राष्ट्रहित में हिंसा किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं हो सकती। ओली ने स्पष्ट किया कि सरकार संवाद आधारित समाधान की नीति पर कायम है। उन्होंने बताया कि वह स्थिति का गहराई से आकलन कर रहे हैं और सभी संबंधित पक्षों से बातचीत कर रहे हैं ताकि एक सार्थक समाधान निकाला जा सके। इसी सिलसिले में उन्होंने आज शाम छह बजे सर्वदलीय बैठक बुलाने की घोषणा की है।