पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के आरोपी नीरव मोदी की जमानत याचिका तीसरी बार रद्द हो गई है। नीरव वांड्सवर्थ जेल में है, वहां से वीडियो लिंक के माध्यम से जमानत याचिका पर सुनवाई हुई।
गौरतलब है कि इससे पहले 29 मार्च को भी वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने नीरव को जमानत देने से मना कर दिया था। मोदी की याचिका मुख्य मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बुथनॉट ने 29 मार्च को इस आधार पर निरस्त कर दी थी कि इस बात का काफी जोखिम हैं कि वह समर्पण नहीं करेगा। इस प्रकार के मामले में न्यायिक रिमांड के लिए समयसीमा 28 दिन की होती है। इस दौरान केस की सुनवाई करते हुए जज ने कहा था कि बैंक को काफी नुकसान हुआ है। सबूतों को खत्म किया गया है। यह धोखाधड़ी का बेहद असामान्य मामला है। नीरव मोदी जनवरी 2018 से ब्रिटेन में है। पासपोर्ट रद्द होने की वजह से नीरव मोदी ने यात्रा नहीं की है।
19 मार्च को हुई थी गिरफ्तारी
पिछले साल जनवरी में पीएनबी घोटाले का खुलासा हुआ था। इससे पहले ही नीरव विदेश भाग गया था। जिसके बाद भारतीय जांच एजेंसियां उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 13,500 करोड़ रुपये के कर्ज की धोखाधड़ी के आरोप में नीरव मोदी को 19 मार्च को लंदन में अरेस्ट किया गया था। पीएनबी धोखाधड़ी के मामले में ईडी ने 26 फरवरी को उनकी संपत्ति जब्त की थी। नीरव ने धोखाधड़ी से पीएनबी से लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट (एफएलसी) के माध्यम से हजारों करोड़ रुपये हासिल किए थे।
इससे पहले 9 मार्च को नीरव एक वीडियो सामने आया था। द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक नीरव लंदन में रहकर हीरे का बिजनेस कर रहा है। उसके बाद लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने नीरव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। भारत की अपील पर 19 मार्च को उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उस दिन भी जमानत अर्जी खारिज हुई थी।
मोदी और मेहुल की कारें नीलाम
इससे पहले शुक्रवार को मुंबई में नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी की 12 लग्जरी कारों की ऑनलाइन नीलामी (करीब 3.29 करोड़ में) की गई। मेटल ऐंड स्क्रैप ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (एमएसटीसी) की ओर से यह नीलामी की गई। यह वही कार है जिसे पिछले साल प्रवर्तम निदेशालय( ईडी) ने जब्त किया था। इन कारों में नीरव मोदी की 11 और मेहुल चोकसी की 2 कारें शामिल थीं।