नॉर्वे की नोबेल समिति ने 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा कर दी है। 'वर्ल्ड फूड प्रोग्राम' को शांति पुरस्कार दिया गया है।
'वर्ल्ड फूड प्रोग्राम' को प्रभावित क्षेत्रों में भुखमरी से लड़ने और शांति कायम करने से जुड़े कार्यों के चलते शांति पुरस्कार से नवाजा गया है। ओस्लो में इसकी घोषणा की गई।
नोबेल समिति अपने पसंदीदा उम्मीदवार को लेकर पूरी गोपनीयता बरतती है। इसके बाद भी विजेता की घोषणा से पहले कई अटकलें लगती रहती हैं। इस बार, कयास लगाए जा रहे थे कि इस साल का शांति पुरस्कार जलवायु कार्यकर्ता एवं स्वीडन की नागरिक ग्रेटा थनबर्ग, नर्व एजेंट हमले से उबर रहे रूस के नेता अलेक्सेई नवलनी में से किसी को दिया जा सकता है। वहीं अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी इस रेस में थे।
इस पुरस्कार के लिए 318 उम्मीदवार थे, जिनमें से 211 व्यक्ति और 107 संगठन शामिल थे। नामांकन के लिए आखिरी समय सीमा 1 फरवरी, 2020 थी।