मालदीव में संकट लगातार बना हुआ है। इस दौरान भारतीय मूल के दो पत्रकारों को भी गिरफ्तार कर लिया है। दोनों न्यूज एजेंसी एएफपी में काम करते थे। वहीं मालदीव के सांसद अली जहीर ने प्रतिक्रिया दी है कि अब यहां कहीं भी प्रेस की आजादी नहीं बची है।
#UPDATE: One of the two AFP employees arrested in Maldives is a British national of Indian origin. https://t.co/nybDCO29IX
— ANI (@ANI) February 9, 2018
एएनआई के मुताबिक, अमृतसर के मनी शर्मा और लंदन में रहने वाले भारतीय मूल के पत्रकार आतिश राजवी पटेल को मालदीव के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। वहीं, मालदीव के सांसद अली जहीर ने ट्वीट कर कहा है, 'अब यहां कहीं प्रेस की आजादी स्वतंत्रता नहीं बची है। पिछली रात एक टीवी चैनल को भी बंद कर दिया गया। हम तत्काल इनकी कानून के शासन और देश में लोकतंत्र की बहाली की मांग करते हैं।'
We don’t have freedom of press anymore. Last night one of the leading TV stations was closed. We call for their immediate release and restoration of democracy and rule of law: Ali Zahir, Member of Parliament #Maldives on arrest of 2 AFP employees
— ANI (@ANI) February 9, 2018
मालूम हो कि भारत का पड़ोसी देश मालदीव राजनीतिक संकट के दौर से गुजर रहा है। असल में मालदीव सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष के नौ नेताओं को रिहा करने का आदेश दिया था। राष्ट्रपति यामीन की सरकार ने इस आदेश को मानने से इंकार कर दिया। राष्ट्रपति ने मालदीव में आपातकाल का एलान कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस अब्दुल्ला सईद और एक अन्य जज अली हमीद को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में सरकार के दबाव में आकर सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला बदलना पड़ा था। भारत और चीन दोनों के लिहाज से मालदीव संकट काफी अहम है। दोनों देश बारीकी से घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।