विदेश कार्यालय ने शुक्रवार देर रात एक बयान जारी कर कहा कि महानिदेशक (दक्षिण एशिया और दक्षेस) ने अजमेर शरीफ विस्फोट मामले में स्वामी असीमानंद को बरी किए जाने पर चिंता जताने के लिए भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब किया।
बयान के अनुसार, स्वामी असीमानंद ने सार्वजनिक तौर पर यह स्वीकार किया था कि वह फरवरी 2007 के समझौता एक्सप्रेस विस्फोट हमले का मास्टरमाइंड था और साथ ही उसने भारतीय सेना के अधिकारी कर्नल पुरोहित की समझौता एक्सप्रेस आतंकवादी हमले में अपने साथी के तौर पर पहचान की थी जो आतंकवादी संगठन अभिनव भारत का प्रमुख था।
गौरतलब है कि 18 फरवरी 2007 को पानीपत में समझौता एक्सप्रेस की दो बोगियों में हुए विस्फोट में कुल 68 लोग मारे गए थे। इस विस्फोट में 42 पाकिस्तानी नागरिकों की जान गई थी। पाकिस्तान की सरकार उम्मीद करती है कि भारत इस हमले के जघन्य कृत्य में शामिल सभी दोषियों को सजा दिलाने के लिए कदम उठाए। भाषा