व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को चौथी बार रूसी राष्ट्रपति पद की शपथ ली। पश्चिमी देशों से जारी तनाव के बीच करीब दो दशक लंबा कार्यकाल पूरा कर चुके पुतिन का छह वर्षों का यह चौथा कार्यकाल होगा। 65 वर्षीय पुतिन 1999 से ही सत्ता में हैं। मार्च में चुनाव जीतने के बाद वह जोसफ स्टालिन के बाद सबसे लंबे समय तक सत्ता में रहने वाले रूसी राष्ट्रपति बन गए।
आम चुनाव में उन्हें लगभग 77 फीसदी वोट मिले थे, जबकि उनके सबसे मुखर विपक्षी दल के चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगा दी गई थी। महज दो दिन पहले ही विपक्ष के नेता एलेक्सी नावाल्नी सहित करीब 1,600 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। ये देश भर में पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। पुतिन ने शपथग्रहण के दौरान कहा कि वह वादा करते हैं कि उनका चौथा कार्यकाल देश की अर्थव्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने पर फोकस रहेगा।
पुतिन ने इस मौके पर कहा, “राष्ट्राध्यक्ष के नाते मैं रूस की ताकत और समृद्धि को बढ़ाने का हरसंभव कोशिश करूंगा।”
बता दें कि राष्ट्रपति के रूप में पुतिन का चौथा कार्यकाल पश्चिम के साथ बेहद तनावपूर्ण संबंधों के बीच शुरू हुआ है। व्लादिमीर पुतिन 2000, 2004 और 2012 में राष्ट्रपति चुने गए थे। साल 2008-12 के बीच वह प्रधानमंत्री चुने गए। पुतिन, रूस (तब सोवियत संघ) के तानाशाह रहे जोसफ स्टालिन के बाद सबसे लंबे वक्त तक शासन करने वाले नेता बन चुके हैं। स्टालिन 1922 से 1952 यानी 30 वर्षों तक सत्ता में रहे थे।