भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी रंगराजन ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कुछ आर्थिक नीतियों ने वैश्विक व्यापार प्रवृत्तियों को जहां ठप कर दिया है, वहीं वे अमेरिका के लिए भी आत्मघाती साबित हो रही हैं।
आईसीएफएआई फाउंडेशन फॉर हायर एजुकेशन के 15वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए रंगराजन ने यह बात कही। उन्होंने ‘ब्रिक्स’ का नाम लिए बगैर कहा कि ऐसे अलग-अलग देशों के गुटों का उभरना, जिनके बीच व्यापार अपेक्षाकृत अधिक स्वतंत्र हो, अपरिहार्य है, लेकिन अंतिम लक्ष्य एक ऐसा विश्व होना चाहिए जिसमें व्यापार अधिक खुला हो।
उन्होंने कहा, “आज की दुनिया बदलाव के दौर से गुजर रही है। राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा अपनाई गई कुछ आर्थिक नीतियों के चलते वैश्विक व्यापार लगभग रुक गया है। उम्मीद है कि समझदारी से काम लिया जाएगा और अमेरिका के नीति निर्धारक यह समझेंगे कि वे जो नीतियां लागू करना चाहते हैं, वे आत्मघाती हैं। भारत इससे सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।”
पूर्व प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष रह चुके रंगराजन ने आगे कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना केवल एक सांख्यिकीय लक्ष्य नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक परिवर्तन की यात्रा है, जिसके लिए सरकार और समाज दोनों के सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।