Advertisement

चीन में रसायनिक धमाकों में मृतकों की संख्या 50 पार

चीन के तियानजिन इलाके में खतरनाक रसायनों के गोदाम में हुए भयावह विस्फोटों के बीच एक व्यक्ति को जिंदा बचाया गया है। इन विस्फोटों में 50 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और इन्हें चीन की सबसे भयावह औद्योगिक आपदाओं में से एक माना जा रहा है। हवा में जहरीले रसायनों का रिसाव हो जाने के डर के बीच सैकड़ों दमकल कर्मी जीवित बचे लोगों को खोजने में जुटे हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन विस्फोटों पर दुख जताया है।
चीन में रसायनिक धमाकों में मृतकों की संख्या 50 पार

चीन के इस आर्थिक केंद्र में हुए दो विस्फोटों के 32 घंटे बाद बाहर निकाले गए इस व्यक्ति की पहचान 19 वर्षीय दमकल कर्मी झोउ ती के रूप में हुई है, जो तियानजिन के दमकल विभाग के बिनहाई न्यू एरिया ब्रिगेड का सदस्य है। तियानजिन दमकल विभाग के प्रमुख झोउ तियान ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 1020 से ज्यादा दमकलकर्मियों और 140 दमकल गाड़ियों को आग बुझाने के लिए लगाया गया है। अधिकांश आग को बुझाया जा चुका है और अब घटनास्थल से गहरा धुंआ उठता हुआ दिखाई दिया।

झोउ ने कहा, जब विस्फोट हुआ, उस समय कई दमकलकर्मी आग बुझाने के काम में लगे हुए थे और उनकी मदद के लिए बल पहुंचे ही थे। अचानक विस्फोट हो जाने के कारण हताहतों की संख्या ज्यादा है। उन्होंने लापता दमकलकर्मियों की संख्या नहीं बताई। उधर, बीजिंग न्यूज की खबर के अनुसार 36 दमकलकर्मी अब भी लापता हैं।

बुधवार रात को हुए विस्फोटों में 50 लोग मारे गए हैं,  जिनमें 17 दमकलकर्मी भी शामिल हैं। कुल 701 लोग घायल हुए थे और इनमें से 70 लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है। सरकारी सीसीटीवी की खबर के अनुसार रूइहाई इंटरनेशनल लॉजिस्टिक्स के वरिष्ठ प्रबंधन को अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया है। चीनी अधिकारियों ने कहा कि गोदामों में रखे गए इन खतरनाक रसायनों की पहचान तत्काल नहीं हो सकी है, जो कि विस्फोटों की वजह बने थे। तियानजिन के कार्यस्थलों की सुरक्षा की निगरानी संस्था के उपनिदेशक गाओ हुआइयू ने कहा कि कंपनी के प्रबंधन, कस्टम के खातों में गड़बड़ियों और कंपनी के दफ्तर को पहुंचे नुकसान के कारण वे रसायनों की पहचान में असमर्थ हैं। गाओ ने मीडिया को बताया कि यह सामान 40 दिन पहले ही एक गोदाम में रखा गया था और बाद में इसे कहीं और ले जाया जाना था। इलाके में दो बड़े विस्फोटों के बाद पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले संगठन ग्रीनपीस ने कुछ रसायनों के कारण स्वास्थ्य के लिए पैदा होने वाले खतरों पर चिंता जाहिर की है। ग्रीनपीस ने तियानजिन तांगु एनवायरमेंटल मॉनिटरिंग स्टेशन से मिली सूचना के आधार पर कहा कि कंपनी ने बताए गए रसायनों के अलावा कैल्शियम कार्बाइड भी रखा हुआ था। संगठन ने चेतावनी दी कि रसायन बेहद जहरीले हैं और थोड़े या ज्यादा समय के लिए इसके संपर्क में आने पर स्वास्थ्य पर खतरा पैदा हो सकता है। आज शहर में बारिश होने की संभावना को देखते हुए ग्रीनपीस ने यह भी चेतावनी दी कि बारिश के कारण वायु प्रदूषक जल स्रोतों में भी पहुंच सकते हैं।

तियानजिन में विस्फोटों के बाद जहरीली हवा से निपटने के लिए चीनी सेना ने परमाणु और जैवरसायन पदार्थों के 217 सैन्य विशेषज्ञों को तैनात किया था क्योंकि जिस गोदाम में विस्फोट हुए, उसमें सायनाइड, खतरनाक रसायन और ज्वलनशील पदार्थ मौजूद थे। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी बीजिंग सैन्य क्षेत्र कमान दल स्थितियों का अध्ययन करने के लिए डिप्टी जनरल चीफ ऑफ स्टाफ वांग झोंगरोंग के नेतृत्व में तियानजिन गया। उनकी तैनाती विस्फोटों के बाद तियानजिन और इसके आसपास के इलाकों में रसायनों से दूषित हो जाने की खबरों के बाद की गई। सैन्य दल ने पहले विस्फोट स्थल के आसपास की हवा में जहरीली गैसों का पता लगाने के लिए इसका परीक्षण किया। इस क्षेत्र में गहरा धुंआ है और ऐसी चिंता है कि इनमें जहरीले पदार्थ हो सकते हैं। विस्फोट स्थल के पास काम कर रहे बचाव दलों को भारी सुरक्षात्मक सूट पहनने के लिए कहा गया है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इस स्थान से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर हवा में एक तीखी गंध महसूस की जा रही है और लोगों ने आंखों में चुभन की शिकायत की है।

प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में एक गोदाम में हुए दो विस्फोटों के कारण हुई लोगों की मौत और नुकसान पर दुख जताया है और शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं जाहिर की हैं। ट्विटर जैसे चीनी माइक्रोब्लॉग वाइबो में अपने अकाउंट से संदेश भेजते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, तियानजिन विस्फोटों के बारे में सुनकर दुख हुआ। पीडि़तों के परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति है। उम्मीद करता हूं कि घायल लोग जल्दी ही ठीक हो जाएंगे।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad