अफगानिस्तान पर केंद्रीत हर्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस तीन दिसंबर को अमृतसर में आयोजित होने वाला है। अगर अजीज इस सम्मेलन में आए तो वह 10 सितंबर के उड़ी आतंकवादी हमलों के बाद भारत की यात्रा करने वाले पहले वरिष्ठ पाकिस्तानी अधिकारी होंगे। इस हमले के बाद भारत नवंबर में प्रस्तावित दक्षेस शिखर सम्मेलन से हट गया था। अजीज ने मीडिया से कहा, भारत ने दक्षेस शिखर सम्मेलन से हट कर पाकिस्तान में होने वाले इस सम्मेलन को बेकार कर दिया, उसके बरखिलाफ पाकिस्तान भारत में होने वाले हर्ट ऑफ एशिया में शिरकत कर इसका जवाब देगा। पीटीवी ने अजीज के हवाले से बताया, यह तनाव खत्म करने एक अच्छा मौका है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अजीज ने यह भी कहा कि वह खुद इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और वह भारत की गलती नहीं दोहराएंगे जिसने दक्षेस शिखर सम्मेलन का बायकाट किया था।
बहरहाल, अजीज ने कहा कि अभी यह तय नहीं है कि क्या वह सम्मेलन से इतर अपने भारतीय समकक्ष से मुलाकात करेंगे या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच के कश्मीर मुद्दे में हस्तक्षेप करते हैं और उसे हल कर देते हैं तो वह नोबेल पुरस्कार के पात्र होंगे। उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, अगर ट्रंप कश्मीर विवाद हल करने में मदद करते हैं तो वह नोबेल पुरस्कार के पात्र होंगे।