बलूचिस्तान प्रांत में सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के विधायक मुहम्मद खान लहरी ने शनिवार को सदन में यह प्रस्ताव रखा था। विधानसभा में सभी राजनीतिक दलों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री नवाब सनाउल्ला जहरी ने अन्य विधायकों के साथ प्रस्ताव पर दस्तखत किए। प्रस्ताव में कहा गया है, बलूचिस्तान के बारे में भारत के प्रधानमंत्री के बयान ने साबित किया है कि प्रांत में आतंकवाद स्पष्ट रूप से भारत प्रायोजित है। प्रस्ताव पर टिप्पणी करते हुए लहरी ने कहा, भारतीय प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की संप्रभुता का और इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र के चार्टर का उल्लंघन किया है। सदन ने मांग की कि संघीय सरकार मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाए। बलूचिस्तान के गृहमंत्री सरफराज बुगती ने कहा कि मोदी ने कश्मीर से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए इस तरह का बयान दिया।
डॉन अखबार की खबर के अनुसार नेशनल पार्टी के नेता सरदार असलम बिजेंजो ने मोदी के बयान की कड़ी निंदा करते हुए सभी राजनीतिक शक्तियों से पाकिस्तान के दुश्मनों की सोच को नाकाम करने के लिए एकजुट होने को कहा। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में बलूचिस्तान का जिक्र किया था। गौरतलब है कि कल बलूच रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष एवं बलूच राष्ट्रवादी नेता नवाब अकबर खान बुगती के पोते ब्रहुमदाग बुगती ने बलूचिस्तान के हालात का मुद्दा उठाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया था। स्विटजरलैंड में रह रहे बुगती ने संयुक्त राष्ट्र की देख-रेख में बलूच लोगों के बीच जनमत संग्रह कराने की मांग करते हुए कहा था कि बलूचिस्तान गुमशुदा लोगों की वैश्विक राजधानी बन गया है। उन्होंने कहा कि पाक सुरक्षा बल मानवाधिकारों के बेइंतहां उल्लंघनों में संलिप्त रहे हैं।