तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान पाकिस्तान आम चुनाव जीत गये हैं लेकिन सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी को गठबंधन करने की जरूरत होगी। शुक्रवार को चुनाव नतीजों के बाद तहरीक-ए-इंसाफ को नेशनल असेंबली में 269 में से 109 सीटें मिली हैं।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सबसे बड़े दल के तौर पर उभरी है। इमरान के प्रतिद्वंदी पीएमएन-एल के शहबाज शरीफ को 63 सीटें मिली हैं।
किसी एक पार्टी को अपने दम पर सरकार बनाने के लिए सीधे तौर पर निर्वाचित सीटों में से कम से कम 137 सीटों की जरूरत होगी। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य होते हैं जिनमें से 272 को आम चुनावों में सीधे तौर पर चुना जाता है जबकि बाकी 60 सीटें महिलाओं और 10 सीटें धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। आम चुनावों में पांच फीसदी से ज्यादा वोट पाने वाली पार्टियां इन आरक्षित सीटों पर समानुपातिक प्रतिनिधित्व के हिसाब से अपने प्रतिनिधि भेज सकती हैं।
इससे पहले इमरान खान ने कहा था कि मैं देश के लिए राजनीति में आया हूं। अब जाकर मुझे पाकिस्तान की सेवा का मौका मिला है। मैं पाक से किया वादा निभाऊंगा। हमारी नीतियां कमजोर तबके लिए होंगी। हमें मजदूर गरीबों की चिंता भी है। उन्होंने कहा कि गरीबी एक बड़ी चुनौती है जिसके खिलाफ लड़ना है। चीन हमारे लिए एक बड़ा उदाहरण है। पिछले तीस सालों में चीन में 70 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए।