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भारत-पाकिस्तान के बीच सिंधु जल आयोग की वार्ता

भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों ने स्थायी सिंधु जल आयोग :पीआईसी: की दो दिवसीय बैठक में सिंधु बेसिन से संबंधित परेशानियों के बारे में चर्चा की।
भारत-पाकिस्तान के बीच सिंधु जल आयोग की वार्ता

पाकिस्तान के जल एवं उर्जा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, बातचीत आरंभ हुई जो दोनों देशों के संबंधों के लिए अच्छा है।

सिंधु जल आयुक्त पीके सक्सेना की अगुवाई में 10 सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल बैठक में हिस्सा लेने के लिए पाक पहुंचा है। इस प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय के अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं।

बंद कमरे में हुई बातचीत में पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व मिर्जा सईद ने किया। बैठक के दौरान पाकिस्तान ने अपनी तरफ बहने वाली नदियों पर बन रही तीन भारतीय पनबिजली परियोजनाओं के बारे में चिंताएं प्रकट की।

पाकिस्तानी पक्ष का नेतृत्व सिंधु जल आयुक्त मिर्जा आसिफ सईद करेंगे और उनके साथ जल और उर्जा मंत्रालय के अधिकारी तथा अन्य विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे।

पाकिस्तान ने जिन परियोजनाओं का मुद्दा उठाया है वे हैं चेनाब पर 1000 मेगावॉट की पाकुल डल परियोजना, मियार नाला पर 120 मेगावॉट की मियार परियोजना और लोअर कलनाई नाला पर 43 मेगावॉट की लोअर कलनाई जल विद्युत परियोजना।

पाकिस्तान की दलील है कि ये परियोजनाएं 1960 में हुए सिंधु जल समझौते का उल्लंघन करती हैं।

बैठक स्थायी सिंधु जल आयोग का 113 वां सत्र है। आयोग की स्थापना 1960 में हुई थी। इससे पहले आयोग की बैठक 2015 में हुई थी। हालांकि एक अन्य बैठक सितंबर 2016 में होनी थी लेकिन उरी आतंकी हमले के बाद उपजे तनाव के चलते उसे रद्द कर दिया गया था। भाषा

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