ऑनलाइन जिहादी गतिविधियों पर नजर रखने वाले निजी समूह इंटेलिजेंस ग्रुप की रिपोर्ट में बताया गया कि कल सोनापोता गांव में 50 वर्षीय जनेश्वर रॉय की चाकू और बंदूक का इस्तेमाल कर हत्या कर दी गई। उत्तरी पंचागढ़ जिले के देवीगंज उपजिला में हुए इस हमले में दो श्रद्धालु भी घायल हो गए थे। अमेरिका स्थित निजी साइट समूह ने कहा कि आईएस से जुड़े अमाक न्यूज एजेंसी की एक विज्ञप्ति में आईएसआईएस ने जिम्मेदारी का दावा किया है। हालांकि इस दावे की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं की जा सकती है।
किसी हिंदू पुजारी पर हमले का यह पहला मामला है जबकि देश में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय पर पिछले छह माह के दौरान यह पांचवां हमला है जिसमें संदिग्ध इस्लामी आतंकवादियों द्वारा शिया मुसलमानों और उदार सूफी प्रचारकों पर किए गए हमलों की घटनाएं शामिल हैं। मंदिर के पूजारी रॉय ने वर्ष 1998 में इस मंदिर की स्थापना की थी और तब से इसके प्रमुख और मुख्य पुजारी के तौर पर काम कर रहे थे। हालांकि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच में यह बात निकल कर सामने आई है कि प्रतिबंधित जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश और दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी का संबंध इस हत्या से हो सकता है।