पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नवाज ने सभी सार्क देशों के प्रधानमंत्रियों को समिट में आने के लिए इनविटेशन भेजा है। मोदी को भी इस समिट के लिए ऑफिशियल इनविटेशन भेजा गया है। इसके पहले सार्क देशों के फाइनेंस मिनिस्टर्स की भी मीटिंग भी पाकिस्तान में हुई थी। भारत की तरफ से अरुण जेटली को न्योता भेजा गया था लेकिन वो पाकिस्तान नहीं गए।
निमंत्रण के बाद नवाज शरीफ ने नई चाल के तहत कहा कि मैंने फैसला किया है कि हमारे 22 सांसद कश्मीर मुद्दे को दुनिया के तमाम देशों में जाकर उठाएंगे। हम बताना चाहते हैं कि कश्मीर में भारतीय फौजें कैसे काम कर रही हैं। नवाज ने आगे कहा कि मैं इन सांसदों को पूरी मदद दूंगा ताकि वे पाकिस्तान का कश्मीर मुद्दे पर पक्ष दुनिया को बता सकें। इनके नतीजों को मैं अगले महीने होने वाले यूनाइटेड नेशंस की मीटिंग में भी रखूंगा।
इस बीच भारत में पाकिस्तान के हाईकमिश्नर अब्दुल बासित ने कहा है कि पाकिस्तान कश्मीर मसले को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहता है। मीडिया से बातचीत में ये भी कहा है कि वो भारत से बेहतर रिश्ते चाहते हैं। जब बासित से महबूबा मुफ्ती के उस बयान के बारे में पूछा गया कि पाकिस्तान कश्मीर में हालात बिगाड़ रहा है तो बासित ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।