बयान के अनुसार भारत के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी पीएमएसए के अधिकारियों के साथ नौकाओं की वापसी के तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए नौ मार्च को कराची का दौरा किया था। विदेश कार्यालय के अनुसार, पीएमएसए ने जहां नौकाओं को अच्छी हालत में रखा है, वहीं उसने नौकाओं को मामूली मरम्मत के बाद समुद्र में संचालित करने लायक बनाने के लिए यात्रा कर रहे दल को पूरा सहयोग दिया। इसके बाद आज नौकाओं को समुद्री सीमा तक लाया गया, जहां इन्हें भारतीय पक्ष के सुपुर्द कर दिया गया।
भारतीय मछुआरों और नौकाओं द्वारा पाकिस्तान के जलक्षेत्र में चले जाने पर अक्सर पीएमएसए के अधिकारी इन्हें पकड़ लेते हैं। सामान्य तौर पर पकड़ी गईं नौकाएं समुद्र में संचालित करने लायक नहीं रहतीं और इन्हें लौटाया नहीं जाता। लेकिन बयान के अनुसार प्रधानमंत्री से इन नौकाओं को वापस करने का निर्देश मिलने के बाद पीएमएसए ने इन्हें इनके मालिकों को लौटाने के लिए खासे प्रयास किए। पाकिस्तान और भारत समुद्री जलक्षेत्र के उल्लंघन के मामले में एक दूसरे के मछुआरों को गिरफ्तार भी करते रहते हैं।
पाकिस्तान ने भारत की 57 नौकाओं को छोड़ा
पाकिस्तान ने सदभावना पूर्ण कदम के तौर पर मछली पकड़ने वाली भारत की उन 57 नौकाओं को छोड़ दिया जो उसने अपने कब्जे में रखी हुईं थीं । विदेश कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि इन नौकाओं को छोड़ने का फैसला पिछले साल मई में लिया गया था। उस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने भारत गए थे।
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