पाकिस्तान के करतारपुर साहिब के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के बाद अब इसके उद्घाटन की तैयारियां जारी हैं। इसके लिए पाकिस्तान की तरफ से एक वीडियो सॉन्ग रिलीज किया गया है, जो खासतौर पर करतारपुर साहिब आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बनाया गया है। लेकिन अब ये वीडियो विवादों में आ गया है, क्योंकि वीडियो में खालिस्तानी आतंकियों के पोस्टर नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को लेकर नेताओं के बयान आने भी शुरू हो गए हैं।
बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से जारी किए गए इस वीडियो में भिंडरावाले के अलावा मेजर जनरल शाबेग सिंह और अमरीक सिंह खालसा भी पोस्टर में नजर आ रहे हैं। ये वही तीनों खालिस्तानी आतंकी हैं, जिन्हें भारतीय सेना ने स्वर्ण मंदिर परिसर में मार गिराया था। इन्हें खत्म करने के लिए 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया गया था।
वीडियो को लेकर क्या बोले अमरिंदर सिंह
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि करतारपुर कॉरिडोर के पीछे पाकिस्तान का कोई एजेंडा छिपा है'। अमरिंदर सिंह ने ये बात पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक वीडियो में खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल भिंडरावाले के दिखने पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही है। अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान की तरफ से सिख समुदाय की 70 साल पुरानी मांग को ‘अचानक’ मान लिए जाने पर उसकी मंशा पर सवाल उठाए हैं। अमरिंदर सिंह ने कहा है, ‘मैं पहले दिन से ही आगाह कर रहा हूं कि इसके पीछे पाकिस्तान का एक छिपा हुआ एजेंडा है।’
वीडियो में इमरान का संदेश
करतारपुर साहिब को लेकर जारी इस वीडियो में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भी दिख रहे हैं, जो लोगों को संबोधित कर रहे हैं। इमरान खान कह रहे हैं कि "मुसलमान मदीना से चार किलोमीटर दूर एक बॉर्डर पर खड़े हैं और मदीना जा नहीं सकते, लेकिन उनको मदीना जाने का मौका मिल जाए, जो उनको खुशी मिलेगी मैं आज वो खुशी आपकी शक्लों पर देख रहा हूं।"
पाकिस्तान सरकार ने एक और वीडियो जारी किया है, जिसमें भारत से वहां पहुंचे लोग तमाम व्यवस्था के लिए सरकार की तारीफ कर रहे हैं। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानकदेव की 550वीं जयंती के मौके पर भारत से आने वाले सिख श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए करतारपुर तैयार है। इमरान ने इस मामले पर 3 नवंबर को कई ट्वीट किए थे।
वीडियो में नजर आ रहे हैं ये पोस्टर
वीडियो में एक हिस्सा आता है, जहां पर जरनैल सिंह भिंडरावाले, अमरीक सिंह खालसा और मेजर जनरल (निष्कासित) शाहबेग सिंह की तस्वीर लगे पोस्टर को दिखाया गया है। बता दें कि तीनों खालिस्तान समर्थकों को 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लूस्टार के दौरान मार गिराया गया था।
खालिस्तानी समर्थक नेता था भिंडरावाले
जरनैल सिंह भिंडरावाले एक खालिस्तानी समर्थक नेता था, जिसने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. वहीं अमरीक सिंह खालसा भी खालिस्तान समर्थक था, जिसने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन को चलाया था. वहीं अगर बात शाहबेग सिंह की करें तो ऑपरेशन ब्लूस्टार के वक्त शाहबेग ने भिंडरावाले का साथ दिया था।
करतारपुर जाने के लिए जरूरी नहीं पासपोर्ट
पाकिस्तान ने करतारपुर जाने के लिए पासपोर्ट की शर्त नहीं रखी है। वहां जाने के लिए केवल एक पहचान पत्र की जरूरत होगी। इसके लिए इमरान खान ने ट्वीट कर घोषणा करते हुए कहा था कि भारत से करतारपुर आने वाले सिख तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट की आवश्यकता नहीं होगी और गुरु नानक देव की 550वीं जयंती तथा उद्घाटन समारोह के दिन उनसे कोई शुल्क भी नहीं वसूला जाएगा।