ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सोमवार को लंदन के डाउनिंग स्ट्रीट में यूक्रेन संकट के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और डच प्रधानमंत्री मार्क रूट से मिले। माना जा रहा है कि यह यूक्रेन के लिए व्यावहारिक समर्थन और रूस के खिलाफ वैश्विक गठजोड़ की शुरुआत है।
तीनों नेताओं ने यूक्रेन के शहरों पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर हुए हमलों का मुकाबला करने के लिए अगले कदमों पर चर्चा किए। बताया जा रहा है कि तीनों नेता रूस-यूक्रेन को लेकर एक त्रिपक्षीय बैठक भी करेंगे। इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, "रूस के अवैध और क्रूर हमले के बाद से हमने दुनिया को यूक्रेन के साहसी लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़े होते देखा है।"
जॉनसन ने कहा, “यूके की सहायता पहले से ही उन लोगों तक पहुंच रही है, जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। लेकिन केवल पुतिन ही यूक्रेन की पीड़ा को पूरी तरह से समाप्त कर सकते हैं।" उन्होंने कहा कि हम फंडिंग के जरिये बिगड़ती मानवीय स्तिथि का सामना करने वालों की मदद जारी रखेंगे। बता दें कि रूस के अकारण और अवैध आक्रमण द्वारा उभरे वित्तीय दबावों को कम करने के लिए यूके ने यूक्रेनी सरकार को अतिरिक्त 100 मिलियन अमरीकी डालर आवंटित किए हैं।
इस अनुदान का उपयोग सार्वजनिक क्षेत्र के वेतन का समर्थन करने के लिए किया जा सकता है, जिससे महत्वपूर्ण राज्य कार्यों को संचालित करने की अनुमति मिलती है। आपको बता दें कि यह अनुदान तब मिला है जब यूके की संसद को आर्थिक अपराध (पारदर्शिता और प्रवर्तन) विधेयक के लिए सोमवार को मतदान करना है। अगर यह विधेयक पास हो जाता है तो यूके में रह रहे रूस के लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
ब्रिटेन के विदेश सचिव लिज़ ट्रस ने कहा, "ये संशोधन हमें पुतिन और उनके शासन के खिलाफ और भी अधिक गंभीर प्रतिबंध लगाने का मौका देते हैं।"