यूक्रेन के ऊपर रूस लगातार हमलावर होता जा रहा है। इसके मद्देनजर, जापान ने रूस से "सबसे पसंदीदा राष्ट्र" का दर्जा बुधवार को औपचारिक रूप से रद्द कर दिया। टोक्यो ने नागरिकों के खिलाफ रूसी सेना के व्यापक अत्याचारों के खबरों के बीच यह कदम उठाया है।
रूस की व्यापार स्थिति को छीनना मास्को के खिलाफ जापान का नवीनतम कदम है और पिछले महीने प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा द्वारा घोषित प्रतिबंधों की सूची का हिस्सा था, जिसमें आठ रूसी राजनयिकों और व्यापार अधिकारियों को निष्कासित करने का निर्णय भी शामिल था।
माना जा रहा है कि जापान का यह फैसला रूस को प्रतिशोध के लिए और प्रेरित कर सकता है। बता दें कि पूर्वी एशिया में आक्रमण के प्रभाव के बारे में चिंताओं के कारण जापान रूस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में एक बड़ी भूमिका निभा रहा है, जहां चीन की सेना तेजी से मुखर हो गई है।
जापान ने सैकड़ों रूसी व्यक्तियों और समूहों की संपत्ति को भी फ्रीज कर दिया है और नए निवेश और व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसमें माल का निर्यात भी शामिल है। जापान ने रूसी कोयले के आयात को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने की योजना की भी घोषणा की।