दुनिया भर में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के तेजी से फैल रहे मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख डॉ. टेड्रस अधनोम ने कहा कि 2022 कोरोना महामारी का अंतिम साल हो सकता है, बशर्ते देश को इसके प्रसार को रोकने के लिए मिलकर काम करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अपने तीसरे साल में प्रवेश कर चुका है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, नए साल के एक बयान में घेब्रेयियस ने "राष्ट्रवाद और वैक्सीन जमाखोरी" के खिलाफ चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन वितरण में निरंतर असमानता से वायरस के विकसित होने का खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की असमानता जितनी अधिक रहती है, वायरस के विकसित होने का जोखिम भी उतना ज्यादा होता है। हम इसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं।
अपने बयान में उन्होंने कहा कि यदि हम असमानता को समाप्त करते हैं, तो हम महामारी को समाप्त करते हैं। ग्लोबल वैक्सीन फैसिलिटी कोवैक्स, डब्ल्यूएचओ और हमारे सहयोगी दुनियाभर में उन लोगों के लिए वैक्सीन, टेस्ट और इलाज को सुलभ बनाने का काम कर रहे हैं, जिसकी उन्हें जरूरत है।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन के दम पर अब तक लाखों जानें बचाई गई हैं। डॉक्टर के पास अब कोविड-19 से बचाव और इलाज के लिए नई दवाएं और मेडिकल टूल्स भी उपलब्ध हैं।
बता दें कि देश में बीते दिन कोविड 19 के 27,553 मामले सामने आए हैं। जबकि 284 मरीजों की मौत हुई है। वहीं 9,249 लोग डिस्चार्ज हुए। अब सक्रिय मामलों की संख्या 1,22,801 पहुंच गई है। वहीं ओमिक्रोन मामलों की संख्या बढ़कर 1,525 हुई।
इस बीच, पूरे देश में ओमिक्रोन संक्रमण की संख्या बढ़कर 1,431 हो गई है। हालांकि, कुल मामलों में से 488 को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। अब तक 23 राज्यों ने ओमिक्रोन संक्रमण की सूचना दी है।