अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक साक्षात्कार के दौरान बुधवार को चेतावनी दी कि यूक्रेन के बाद अब ताइवान संभावित आक्रमण के लिए अगला देश हो सकता है। रूस-यूक्रेन संघर्ष चीन की बढ़ती आक्रमकता को प्रभावित कर सकता है। फॉक्स बिजनेस से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि चीन देख रहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका कितना मूर्ख है। इसमें कोई शक नहीं है कि वे ताइवान पर हमला करने जा रहे हैं।
ट्रंप ने चेतावनी देते हुए कहा कि वे देख रहे हैं कि हमारे नेता अक्षम हैं और निश्चित रूप से, वे ऐसा करने जा रहे हैं। यह उनका समय है।
ट्रंप ने कहा कि चीन रूस-यूक्रेन संघर्ष को ध्यान से देख रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बाइडेन के संकट से निपटने से राष्ट्रपति शी जिनपिंग को ताइवान पर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।
अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शी के पास उच्च खुफिया तंत्र है। उन्होंने यह देखा कि हमने अफगानिस्तान को छोड़ दिया। अमेरिकी नागरिकों को वहां छोड़ दिया, जो कि अभी भी वहां से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन ने रूस के खिलाफ अच्छी लड़ाई लड़ी है, यह ज्यादातर लोगों की सोच से कहीं बेहतर है।
ट्रंप ने कहा कि बहुत से लोग मर रहे हैं। हम ऐसा होने दे रहे हैं। यदि वे अभी भी राष्ट्रपति होते तो ऐसा नहीं होता। ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था। पुतिन ने उनके साथ कभी इस तरह का काम नहीं किया। ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने यूक्रेन को टैंक रोधी मिसाइलें दीं हैं। बाइडेन ने बहुत कम ऐसे कदम उठाए हैं। इससे पहले ट्रंप ने पुतिन की तारीफ करने के बाद रिपब्लिकन के एक वर्ग का गुस्सा निकाला था।
बता दें कि चीनी हमले की बढ़ती आशंकाओं के बीच एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को ताइवान पहुंचे। पूर्व ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल माइक मुलेन ने दो दिवसीय यात्रा के दौरान अपना समर्थन दिखाने के लिए राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन और अन्य ताइवानी अधिकारियों से मुलाकात की।