नये शेखर की जीवनी: इस किताब के वाक्य 'वन-लाइनर्स' की तरह इस्तेमाल होंगे वाणी प्रकाशन से नयी किताब आयी है- नये शेखर की जीवनी। लेखक हैं अविनाश मिश्र। अज्ञेय की लिखी 'शेखर-एक... JUL 30 , 2018
‘सेवा सदन’ सौ वर्ष बाद भी प्रासंगिक प्रेमचंद की सभी रचनाएं सामाजिक सरोकारों से ओतप्रोत हैं। सेवा सदन उनका ऐसा ही उपन्यास है, जो इस साल सौ... JUL 10 , 2018
महिलाओं के माथे की ‘बिंदिया’ बना ‘टिकुली आर्ट’ उमेश कुमार राय पटना के दानापुर निजामत के नासरीगंज गांव में रहनेवाली संध्या सिंह गृहिणी हैं। एक वक्त... JUL 09 , 2018
असगर वजाहतः नफरतों के शोलों में ठंडक देते अल्फाज आज जब नफरतों, अफवाहों का बाजार गर्म है। सांप्रदायिकता, असहिष्णुता का दौर है और किसी खास वर्ग का आम... JUL 05 , 2018
...मानो आजादी का संदेश्ा लेकर जन्मा थ्ाा ये ‘महाबली’ लेख्ाक दिल्ली का साहित्य जगत, फिर दिल्ली का ही क्यों पूरे देश के लेखक, साहित्य प्रेमी और संस्थाएं तीन साल बाद... JUL 05 , 2018
60 साल पुराने हिंद पॉकेट बुक्स को पेंगुइन रैंडम हाउस ने खरीदा हिंदी-उर्दू के पुराने और प्रमुख प्रकाशको में शुमार हिंद पॉकेट बुक्स को अंग्रेजी के दिग्गज प्रकाशक... JUN 29 , 2018
शहरी सच्चाइयों का धड़कता दस्तावेज जब अशोक वाजपेयी का पहला संग्रह आया था: शहर अब भी संभावना है तो यह प्रेम की प्रतीति उपजाता एक ऐसा संग्रह... JUN 28 , 2018
इस्लाम में तलाक के जटिल विषय को सरलता से समझाती है यह किताब हालांकि, बहुत लंबे समय से मुस्लिम समुदाय के बीच के सुधारवादियों और अनेक महिलाओं की ओर से तीन तलाक के... JUN 27 , 2018
'पुराकथाओं के पन्नों में दबकर सोई हुई स्त्रियां' पवन करण ने 'स्त्री मेरे भीतर' जैसे कविता संग्रह के साथ हिंदी कविता को स्त्री-संवेदना का जैसे नया... JUN 26 , 2018
ब्रिटेन के तीन शहरों में ‘हिंदी महोत्सव-2018’ का आयोजन हिन्दी से जुड़े अंतरराष्ट्रीय महोत्सवों में नया आयाम जोड़ते हुए ब्रिटेन में एक खास आयोजन होने जा रहा... JUN 23 , 2018