पश्चिम बंगाल सर्किल की मुख्य पोस्टमास्टर जनरल अरूंधति घोष ने बताया कि दुर्गा पूजा के अवसर पर भारतीय डाक, पश्चिम बंगाल सर्किल इस प्रदर्शनी का आयोजन करेगा। इमसें तीन वर्गों - आगंतुक वर्ग, प्रतिस्पर्धी वर्ग और गैर प्रतिस्पर्धी वर्ग में डाक टिकटों का प्रदर्शन किया जाएगा।
अरूंधति घोष ने कहा, ‘दुर्गा पूजा को ध्यान में रखते हुए इस प्रदर्शनी का नाम डाकर साज रखा गया है। प्रदर्शनी का नाम रखने के लिए भी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी, जिसमें विजयी रहे व्यक्ति ने यह नाम सुझाया था।’
पांच दिन की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी इससे पहले एक दशक पूर्व 2005 में आयोजित हुई थी। अरूंधति ने कहा कि एस. सी. सुखानी, मधु देवगामकर और दिलीप कुमार दास जैसे जाने-माने डाक टिकट संग्रहकर्ताओं के साथ एकेडमी ऑफ फाइन आर्ट्स आगंतुक वर्ग में 40 फ्रेम प्रदर्शित करेंगे और प्रतिस्पर्धी वर्ग में 143 फ्रेम की प्रदर्शनी की जाएगी।
प्रदर्शनी के दौरान विभिन्न विशिष्ट व्यक्तियों, समारोह और संस्थानों के स्मरण में विशेष आवरण जारी किया जाएगा। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के. एन. त्रिापाठी इस प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे।