कुंज यानी संकरी गलियों के लिए प्रसिद्ध वृंदावन शायद लंबे समय तक ऐसा न रह पाए। कान्हा की गलियों को उत्तर प्रदेश सरकार विश्व बैंक के साथ मिलकर संवारने में जुटने वाली है। इस योजना के तहत ऐसे कुछ क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं जिसमें अति निर्धन लोग रहते हैं। उत्तर प्रदेश में कुछ क्षेत्रों को पर्यटन विकास के जरिए अति निर्धन व्यक्तियों की आर्थिक स्थिति में सुधार कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने की योजना तैयार की है, जिस पर लगभग 1800 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
सरकार प्रयास कर रही है कि प्रदेश के बुद्ध सर्किट, ब्रज क्षेत्र एवं आगरा में इस प्रकार के पर्यटन संबंधी विकास कार्य कराए जाएं जिनसे वहां के स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो सके।
क्षेत्रीय पर्यटन विकास अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि इस मद में मथुरा-वृंदावन में अगले पांच वर्ष में 441 करोड़ रुपये व्यय किया जाएगा, जिसमें से पहले वर्ष में वृंदावन में विकास कार्य कराए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर जाने वाले डेढ़ किमी मार्ग को हेरिटेज वॉक के रूप में विकसित किया जाएगा। मंदिर से गांधी पार्क तक मार्ग का इस प्रकार पुनरोद्धार किया जाएगा कि पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आने-जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
इसी प्रकार मथुरा और वृंदावन के मध्य ढाई एकड़ वन क्षेत्रा में कृष्ण थीम पार्क तैयार किया जाएगा। इस पार्क में पर्यटकों के मनोरंजन के साधन विकसित किए जाएंगे और इस प्रकार का परिदृश्य तैयार किया जाएगा कि पर्यटक वहां पहुंचकर अच्छा समय बिता सकें।
प्रथम चरण में वृंदावन के काम शुरू होंगे जो मार्च 2017 तक पूरे हो जाएंगे। इसके बाद, इसी प्रकार के विकास कार्य मथुरा शहर में श्रीकृष्ण जन्मस्थान, ठाकुर द्वारिकाधीश मंदिर आदि प्रमुख धार्मिक स्थलों के आसपास भी कराए जाएंगे।