बहुप्रतीक्षित बनारस लिट फेस्ट बुक अवार्ड्स 2025 ने अपनी लोंगलिस्ट जारी कर दी है। जिनमे हिंदी और इंग्लिश भाषाओँ के बेहतरीन कृतियों के नाम सम्मलित हैं ।
इस सूची में फिक्शन, नॉन-फिक्शन, पोएट्री और ट्रांसलेशन शामिल हैं। जिनमे स्थापित नाम और उभरते हुए लेखकों, दोनों की भागीदारी हैं। इन अवार्ड्स में रवींद्रनाथ ठाकुर अवार्ड (ट्रांसलेशन के लिए), सर्वपल्ली राधाकृष्णन अवार्ड (नॉन-फिक्शन के लिए), रस्किन बॉन्ड अवार्ड (फिक्शन के लिए) और कबीर अवार्ड (पोएट्री के लिए) जैसी व्यापक श्रेणियाँ शामिल हैं। BLF Book Awards अपने पहले संस्करण से भारतीय साहित्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
अनुवाद के लिए रवींद्रनाथ टैगोर पुरस्कार
फायर बर्ड - पेरुमल मुरुगन (तमिल से जननी कन्नन द्वारा अनुवादित, पेंगुइन)
द कीपर ऑफ डेसोलेशन: स्टोरीज - चंदन पांडे (हिंदी से सयारी देबनाथ द्वारा अनुवादित, हार्पर कॉलिन्स)
आई नेम्ड माई सिस्टर साइलेंस - मनोज रूपदा (हिंदी से हंसदा सोवेंद्र शेखर द्वारा अनुवादित, एका, वेस्टलैंड बुक्स)
सकीनाज़ किस - विवेक शानबाग (कन्नड़ से श्रीनाथ पेरूर द्वारा अनुवादित, पेंगुइन)
सावने-ए-दिल्ली: दिल्ली की जीवनी - मिर्ज़ा अहमद अख्तर गोरगानी (उर्दू से अथर फारूकी द्वारा अनुवादित, रोली बुक्स)
बॉय, अनलव्ड - दामोदर मौजो (कोंकणी से जेरी पिंटो द्वारा अनुवादित, स्पीकिंग टाइगर)
द होमलैंड्स एन ओशन - मीर तकी मीर (उर्दू से रंजीत होसकोटे द्वारा अनुवादित, पेंगुइन)
द येलो स्पैरो: एक ट्रांसजेंडर महिला का संस्मरण - सांता खुरई (मणिपुरी से रुबानी युमखैबम द्वारा अनुवादित, स्पीकिंग टाइगर)
द नेमेसिस - मनोरंजन ब्यापारी (बंगाली से वी. रामास्वामी, एका, वेस्टलैंड द्वारा अनुवादित)
संस्कृत में प्यार कैसे करें - अनुषा राव और सुहास महेश द्वारा अनुवादित, हार्पर कॉलिन्स
नॉन-फिक्शन के लिए सर्वपल्ली राधाकृष्णन पुरस्कार:
ट्रिपिंग डाउन द गंगा: ए सन्स एक्सप्लोरेशन ऑफ़ फेथ - सिद्धार्थ कपिला, स्पीकिंग टाइगर
फायर ऑन द गंगा: लाइफ अमंग डेड इन बनारस - राधिका अयंगर, फोर्थ एस्टेट (हार्पर कॉलिन्स)
हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड - नीरजा चौधरी, एलेफ़
गिल्डेड केज: इयर्स दैट मेड एंड अनमेड कश्मीर - संदीप बामजई, रूपा
भारत राइजिंग: धर्म, डेमोक्रेसी एंड डिप्लोमेसी - उत्पल कुमार, ब्लूवन इंक
द डे आई बिकेम अ रनर - सोहिनी चट्टोपाध्याय, फोर्थ एस्टेट (हार्पर कॉलिन्स)
द जननायक कर्पूरी ठाकुर: वॉयस ऑफ द वॉइसलेस - संतोष सिंह और आदित्य अनमोल, पेंगुइन
इरु: द रिमार्केबल लाइफ ऑफ इरावती कर्वे - उर्मिला देशपांडे और थियागो पिंटो बारबोसा, स्पीकिंग टाइगर
टीपू सुल्तान: दी सागा ऑफ मैसूर इंटररेग्नुम (1760-1799) - विक्रम संपत, विंटेज बुक्स
कबीर नटबुक: पानी से भी पतला, आग से भी भयंकर - आनंद, पेंगुइन वाइकिंग
सरोजिनी नायडू पुरस्कार 2025 के लिए नामांकित काव्य संग्रह:
मंडलाज़ ऑफ टाइम - मलश्री लाल, हॉकवाल पब्लिशर्स
टू द मून एंड बैक: लाइफ, लव एंड एवरीथिंग इन-बिटवीन - मारिया गोरेटी, ओम बुक इंटरनेशनल
नॉस्टैल्जिया: क्राफ्टिंग अ होम विदिन - महुआ सेन, रेड रिवर
व्हाइट शर्ट्स ऑफ समर: न्यू एंड सिलेक्टेड पोयम्स - मामंग दई, स्पीकिंग टाइगर
माय बॉडी डिडंट कम बिफोर मी: पोयम्स - कुहू जोशी, स्पीकिंग टाइगर
द लास्ट टाइम आई सॉ यू - अखिल कटियाल, हार्परकॉलींस
आई'ल हैव इट हियर: पोयम्स - जीत थायल, हार्परकॉलींस
स्वीट मलीदा: मेमोरीज़ ऑफ अ बेने इज़राइल वुमन - जिल्का जोसेफ, मेएपल प्रेस
येलो - सुक्रिता पॉल कुमार, साहित्य अकादमी
अर्था - विनीता अग्रवाल, साहित्य अकादमी
रस्किन बॉन्ड पुरस्कार 2025 के लिए नामांकित कथा साहित्य:
द पेशेंट इन बेड नंबर 12 - राज कमल झा, पेंगुइन
लाइक बीइंग अलाइव ट्वाइस - धारिणी भास्कर, पेंगुइन
आंटीज़ ऑफ वसंत कुंज - अनुराधा मारवाह, रूपा
डेक्कन क्वीन: टेक टू - फर्रुख धोंडी, ओम बुक इंटरनेशनल
ऑटम ब्लॉसम्स - गजरा कोट्टरी, ओम बुक इंटरनेशनल
वायल काटी: द क्वेस्ट ऑफ द सेवन गार्डियन्स - लिंथोई चानू, नियोगी बुक्स
द न्यू न्यू दिल्ली बुक क्लब - राधिका स्वरूप, वेस्टलैंड/प्रतिलिपि
द फॉरगॉटन वाइफ: द स्टोरी ऑफ हिडिम्बी एंड भीम - माधवी महादेवन, स्पीकिंग टाइगर
नेवर नेवर लैंड - नमिता गोखले, स्पीकिंग टाइगर
द वुमन हू क्लाइंब्ड ट्रीज़ - स्मृति रविंद्र, हार्परकॉलींस
कबीर पुरस्कार (काव्य - हिंदी)
कुछ भी वैसा नहीं - उमा शंकर चौधरी, राधा कृष्ण प्रकाशन
आत्मद्रोह - आर. चेतनक्रांति, राजकमल प्रकाशन
स्त्री मुगल - पवन कारण, राजकमल प्रकाशन
फिर उगना - पार्वती तिर्की, राधा कृष्ण प्रकाशन
मुलाकातें - आलोक धन्वा, राजकमल प्रकाशन
काल मृग की पीठ पर - जितेंद्र श्रीवास्तव, वाणी प्रकाशन
नीली बयाज़ - अदनान कफिल दरवेश, राजकमल प्रकाशन
वक़्त ज़रूरत - अविनाश मिश्र, राजकमल प्रकाशन
मोर्चे पर विदागीत - विहाग वैभव, राजकमल प्रकाशन
भाषा में नहीं - सपना भट्ट, सेतु प्रकाशन
महादेवी वर्मा पुरस्कार (अनुवाद - हिंदी)
बरफ महल - थारयै वेसोस (अनुवाद: नीलाक्षी सिंह), सेतु प्रकाशन
आज़ादी - चित्रा बैनर्जी दिवाकरूणी (अनुवाद: नवेद अकबर), हार्पर हिंदी
चाकू - सलमान रुश्दी (अनुवाद: मंजीत ठाकुर), पेंगुइन हिंदी
कृष्ण की लीला भूमि 21वीं सदी में वृंदावन - जॉन स्ट्रैटन हौली (अनुवाद: अशोक कुमार), राजकमल प्रकाशन
नये भारत में दीमक लगी शहतीरें - परकाला प्रभाकर (अनुवाद: व्यालोक पाठक)
सतरंगी दस्तरख्वान - सुमना रॉय और कुणाल रे (अनुवाद: वंदना राग व गीत चतुर्वेदी), राजकमल प्रकाशन
ग्रेट कंचना सर्कस - विश्वास पाटिल (अनुवाद: रवि बुले), वाणी प्रकाशन
फकीरा - अण्णा भाऊ साठे (अनुवाद: उषा वैरागकर आठले), सेतु प्रकाशन
मौनराग - महेश एलकुंचवार (अनुवाद: निशिकांत ठकार), सेतु प्रकाशन
तीर्थंकर जैन धर्म पर 63 विचार - देवदत्त पटनायक (अनुवाद: मिहिर नीलम जाजोदिया), हार्पर हिंदी
प्रेमचंद पुरस्कार (कथा साहित्य - हिंदी)
अगम बहै दरियाव - शिवमूर्ति, राजकमल प्रकाशन
अग्निकाल - युगल जोशी, पेंगुइन हिंदी
चिरंजीव - चंद्रकिशोर जायसवाल, राजकमल प्रकाशन
नि:शेष - मधुर कपिला, पेंगुइन हिंदी
हमनवाई न थी - तसनीम ख़ान, सेतु प्रकाशन
बैल की आँख - संतोष दीक्षित, सेतु प्रकाशन
आउशवित्ज़: एक प्रेम कथा - गरिमा श्रीवास्तव, वाणी प्रकाशन
चक्का जाम - गौतम चौबे, राधाकृष्ण प्रकाशन
तृन धरि ओट - अनामिका, वाणी प्रकाशन
विपश्यना - इंदिरा दांगी, भारतीय ज्ञानपीठ
राहुल सांकृत्यायन पुरस्कार (गैर-कथा - हिंदी)
गाय-गेका की औरतें - जोराम तालाम नाबाम, राधा कृष्ण प्रकाशन
अल्लाह नाम की सियासत - हिलाल अहमद, सेतु प्रकाशन
इतिहास में अफ़वाह - शंभूनाथ, वाणी प्रकाशन
गार्जियनता - व्योमेश शुक्ल, रुख़ प्रकाशन
खोए हुए लोगों का शहर - अशोक भौमिक, सेतु प्रकाशन
हिंदी नवजागरण: इतिहास, गल्प और स्त्री प्रश्न - गरिमा श्रीवास्तव, वाणी प्रकाशन
बोरसी भर आंच - यतीश कुमार, राधा कृष्ण प्रकाशन
मिथकों से विज्ञान तक - गौहर रज़ा, पेंगुइन प्रकाशन
शहर जो खो गया - विजय कुमार, सेतु प्रकाशन
अक्क महादेवी- सुभाष राय, सेतु प्रकाशन
बनारस लिट फेस्ट के अध्यक्ष, श्री दीपक मधोक ने कहा, "हमें यह घोषणा करते हुए अत्यधिक खुशी हो रही है कि हमने बनारस लिट फेस्ट बुक अवार्ड्स 2025 के लिए एक बेहद गंभीर और चयनात्मक सूची तैयार की है। हमारे निर्णयक मंडल ने अत्यंत उत्कृष्ट काम किया है, हम उनके प्रति आभारी हैं । इस सूची में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखी गई बेहद महत्वपूर्ण और विशिष्ट किताबें शामिल हैं। हम सभी जानते हैं कि किताबों का हमारे जीवन में एक विशेष स्थान है, क्योंकि वे न केवल ज्ञान का स्रोत होती हैं, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों के बीच एक सेतु का काम भी करती हैं।
बनारस लिट फेस्ट के सचिव, श्री बृजेश सिंह ने कहा, "हमें लगभग ११०० लेखकों और प्रकाशकों से नॉमिनेशन के लिए किताबें प्राप्त हुई हैं। हमारे निर्णायक मंडल ने इन सभी किताबों को गहनता से पढ़ा और सबसे उत्कृष्ट कृतियों की एक सूची तैयार की है। ये किताबें न केवल हमें नए विचारों से समृद्ध करती हैं, बल्कि भारतीय साहित्य को समृद्ध करती हैं।"
बनारस लिट फेस्ट बुक अवार्ड्स 2025 के लिए फाइनलिस्ट की घोषणा 9 फरवरी, 2025 को की जाएगी। और फिर 23 फरवरी, 2025 को दिल्ली में एक बड़े समारोह में विजेताओं को पुरस्कार दिए जाएंगे। हर विजेता को 51,000 रुपये का नकद इनाम, एक प्रमाण पत्र और एक ट्रॉफी मिलेगी। बनारस लिट फेस्ट और पुस्तक पुरस्कार के बारे में और जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट पर जा सकते हैं या हमें सोशल मीडिया को फॉलो कर सकते हैं।