शाहरुख खान लम्बे समय के बाद वापसी कर रहे हैं। उनकी फिल्म पठान नए साल में रिलीज होने जा रही है। 25 जनवरी 2023 को रिलीज होने जा रही फिल्म को लेकर शाहरुख खान बहुत उत्साहित हैं। बहुत सुनियोजित ढंग से फिल्म की मार्केटिंग की जा रही है। फिल्म का ट्रेलर शाहरुख खान के जन्मदिन पर रिलीज़ किया गया था। फिल्म के पहले गीत बेशर्म रंग को भी जोर शोर से लॉन्च किया गया। मगर शाहरुख और निर्माताओं का दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है।
पठान फिल्म का गीत बेशर्म रंग रिलीज होते ही विवादों में आ गया है। राष्ट्रवादी और हिंदुत्ववादी संगठन फिल्म का बहिष्कार कर रहे हैं। इनका आरोप है कि गीत में भगवा रंग आपत्तिजनक तरीके से दर्शाया गया है। हालांकि फिल्म समीक्षकों और आलोचकों ने गीत को सिनेमाई और कलात्मक दृष्टि से बेहद कमजोर बताया है मगर देशभर में गीत का विरोध गुणवत्ता के कारण नहीं बल्कि धार्मिक आधार पर हो रहा है।
बेशर्म रंग को अभी तक 100 मिलियन से अधिक लोग देख चुके हैं। चारों तरफ़ इसी गीत की चर्चा है। तमाम दक्षिणपंथी नेता इस गीत को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं। बीजेपी की फायर ब्रांड नेता साध्वी प्राची ने इस गीत को हिंदू धर्म और भगवे रंग का अपमान करने वाला बताया है।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दीपिका पादुकोण की वेशभूषा अशोभनीय और आपत्तिजनक है। उन्होंने दीपिका को टुकड़े टुकड़े जेएनयू गैंग का समर्थक कहा है और कहा है कि यदि इस गीत से विवादास्पद हिस्से को नहीं हटाया गया तो फिल्म को मध्य प्रदेश में रिलीज होने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
मध्य प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने फिल्म पठान के गीत को सनातन धर्म पर चोट पहुंचाने वाला करार दिया है। इतना ही नहीं गिरीश गौतम ने शाहरुख खान को चुनौती दी है कि वह बेशर्म रंग गीत को अपनी बेटी के साथ देखकर बताएं। उन्होंने कहा कि सभ्य समाज में नग्नता और अश्लीलता परोसने का काम करता है बेशर्म रंग। इसलिए इसका विरोध होना ही चाहिए।
इस विरोध के बीच में हिन्दी सिनेमा के लोग बहुत खुलकर पठान के समर्थन में नहीं आए हैं। बॉयकॉट बॉलीवुड के दौर में कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है। इसलिए सभी दबे से हुए हैं। देखना दिलचस्प होगा कि रिलीज डेट नजदीक आने तक इस विवाद का फिल्म पर कैसा प्रभाव पड़ता है।