कालाधन खत्म करने के लिए और भारत को कैशलेस इकनॉमी बनाने के लिए आठ नवंबर को पीएम मोदी द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद ही ये बैठकें हुई थीं। पतंजलि के पूरे देश में 5,300 से ज्यादा स्टोर हैं और 50 रुपये से ज्यादा की खरीददारी पर डिजिटल पेमेंट करना होगा।
नोटबंदी के कारण नोटों की कमी हो गई और लोगों को कैश निकालने के लिए बैंकों और एटीएम की की कतारों में इंतजार करना पड़ रहा है।
रामदेव के सहयोगी और पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा, 'हमारा प्रयास है कि कैश की चाहत में किसी भी गरीब व्यक्ति को हमारे प्रॉडक्ट देने से मना न किया जाए। उन्होंने कहा, 50 रुपये से कम की खरीद पर कैश में पेमेंट करना जरूरी होगा। नोटबंदी के बाद सभी स्टोर्स को दिशानिर्देश जारी किए गए थे कि अगर किसी गरीब व्यक्ति के पास कैश नहीं है तो उसे उधारी पर प्रॉडक्ट दे दें।