वित्तमंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि गत वर्ष मनरेगा के तहत 47 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए। उन्होंने कहा मनरेगा के लिए 48 हजार करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया है। मनरेगा में इस साल भी पांच लाख तालाब का लक्ष्यल रखा गया है। जेटली ने कहा, एक करोड़ परिवारों को गरीबी से बाहर लाना है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना कॉन्ट्रैकक्टत खेती के लिए नया कानून तैयार किया गया है। मनरेगा के तहत अंतरिक्ष विज्ञान की मदद ली जाएगी, काम स्पेास टेक्नोलॉजी के माध्यम से जांचा जाएगा।
यह पहली बार है जब बजट 1 फरवरी को पेश किया जा रहा है। इससे पहले बजट 28 या 29 फरवरी को पेश होता था। यही नहीं अरुण जेटली का भी यह चौथा बजट है। साथ ही 92 साल में पहली बार रेल बजट अलग से पेश नहीं हो रहा है। इस बार रेल बजट आम बजट का ही हिस्सा है। नोटबंदी के बाद इस बजट से काफी उम्मीदें हैं।