वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। बजट में एक तरफ वित्त मंत्री ने कई घोषणाएं कीं, तो दूसरी तरफ इसे लेकर अलग-अलग दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया भी आनी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली प्रतिक्रिया में कहा कि इस बजट से इस बजट से गरीब को बल मिलेगा और युवा को बेहतर कल मिलेगा। साथ ही, मध्यम वर्ग को प्रगति और विकास की रफ्तार को गति मिलेगी। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि आज संसद में पेश किया गया बजट भारत के अभूतपूर्व विकास विशेष तौर पर महिलाओं के उत्थान और युवाओं को स्वरोजगार प्रदान करने की दिशा में बहुत उपयोगी साबित होगा।
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद यह पहली बार है जब एक पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री ने बजट पेश किया है। मैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि यह बजट देश की जनता की उम्मीदों को पूरा करने वाला है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह न्यू इंडिया का बजट भारत के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को बतलाता है, जिसमें किसानों की खुशहाली, गरीबों के सम्मानपूर्वक जीवन औऱ मध्यवर्ग का ध्यान रखा गया है। साथ ही, भारतीय उद्योगों का भी ख्याल रखा गया है। यह वाकई उम्मीदों और सशक्तिकरण का बजट है।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट 2019-20 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया कि बजट वृद्धि में तेजी लाने वाला नीतिगत डॉक्यूमेंट होने के अलावा अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों के हितों का ख्याल रखा गया है।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बजट पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि युवाओं के रोजगार पर बजट खामोश, किसान की आय दोगुना करने की तैयारी पर बजट खामोश, व्यापारियों, कर्मचारियों को टैक्स में राहत देने पर बजट खामोश, टैक्स का अतिरिक्त भार और सरकारी कंपनियों को बेचने की तैयारी करने वाला बजट, फिर भी आप सब रहिये ख़ामोश। जबकि कांग्रेस के कम्युनिकेशन विभाग क इंचार्ज रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “‘गांव-गरीब और किसान’ हाशिये पर। क्या थोथे शब्दों से कृषि संकट हल होगा? न किसान की आय दुगनी करने का रास्ता, न न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का वादा, न अकाल-सूखे से लड़ने का कोई उपाय, न ग्रामीण अर्थव्यवस्था में संकट का सुधार। केवल डीजल पर 2 रुपये का अतिरिक्त भार।”
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बजट को घिसापिटा बताया। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है और सिर्फ पुराने वादों को ही दोहराया गया है। चौधरी ने कहा कि उन्होंने न्यू इंडिया के बारे में बात की, लेकिन बजट नई बोतल में पुरानी शराब जैसा है। इसमें नया कुछ भी नहीं है। रोजगार के लिए कोई योजना नहीं है।