आठ प्रमुख बुनियादी क्षेत्रों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली हैं. इनकी वृद्धि दर पिछले साल मई 2016 में 5.2 प्रतिशत थी. शुक्रवार को जारी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक कोयले और उर्वरक क्षेत्र में क्रमश: 3.3 और 6.5 फीसदी की नकारात्म वृद्धि दर्ज की गई है।
साथ ही स्टील में में भी वृद्धि गिरकर 3.7 फीसदी रह गई है जबकि पिछले साल मई में यह 13.4 फीसदी थी। बुनियादी क्षेत्रों की धीमी वृद्धि दर का असर औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर भी पड़ता है क्योंकि उद्योगों में बुनियादी क्षेत्र की करीब 41 फीसदी हिस्सेदारी है।
हालांकि रिफाइनरी उत्पादों और बिजली क्षेत्र में क्रमश: 5.4 फीसदी ओर 6.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। जबकि पिछले साल मई में यह क्रमश: 3.3 और 6.2 पर्सेंट थी। प्राकृतिक गैस उत्पादों में भी पिछले माह की वृद्धि दर 4.5 फीसदी दर्ज की गई है जो कि मई 2016 में नकारात्मक 6.6 थी। इसी साल अप्रैल में सभी आठ बुनियादी क्षेत्रों की वृद्धि दर 2.8 फीसदी थी।