रत्न एवं जेवरात निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल अप्रैल-मई के दौरान इस क्षेत्र से 4.60 अरब डालर का निर्यात हुआ था। रत्न एवं जेवरात का देश के कुल निर्यात में करीब 14 प्रतिशत योगदान है। इन दो महीने की अवधि में मुख्य समर्थन चांदी के निर्यात से मिला। चांदी का निर्यात 176.18 प्रतिशत बढ़कर 77.36 करोड़ डालर हो गयया जो कि पिछले साल इसी अवधि में 24.39 करोड़ डालर था। तराशे गए हीरे का निर्यात अप्रैल-मई महीने के दौरान बढ़कर 3.75 अरब डालर हो गया जो पिछले साल इसी अवधि में 3.4 अरब डालर था। वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 11.7 प्रतिशत गिरकर 31.98 अरब डालर का हुआ था।
एक अधिकारी ने कहा, निर्यात में गिरावट मुख्य तौर पर यूरोप, जापान और चीन में नरमी से प्रभावित रहा। हालांकि, अमेरिका में सुधार धीमा है लेकिन इससे इस क्षेत्र में सकारात्मक वृद्धि दर्ज करने में मदद मिल रही है। समीक्षाधीन अवधि के दौरान हालांकि, सोने के जेवरातों का निर्यात 10 प्रतिशत घटकर 53.5 करोड़ डालर रहा।
भाषा एजेंसी