वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, आठ बुनियादी उद्योगों, जिनमें कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैसा, रिफायनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन शामिल है, की ग्रोथ रेट गत जून महीने में सिर्फ 0.4 फीसदी रही है। पिछले साल जून में इन क्षेत्रों ने 7 फीसदी की वृद्धि दर हासिल की थी। यानी पिछले साल जून महीने से तुलना की जाए तो इस साल बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में मामूली इजाफा हुआ है। देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में इन बुनियादी उद्योगों की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी है।
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले गत जून में कोयला उत्पादन में 6.7 फीसदी, फर्टिलाइजर उत्पादन में 3.6 फीसदी और सीमेंट उत्पादन में 5.8 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि जून, 2016 के मुकाबले जून, 2017 में बिजली उत्पादन 0.7 फीसदी, इस्पात उत्पादन 5.8 फीसदी, प्राकृतिक गैस का उत्पादन 6.4 फीसदी और कच्चे तेल का उत्पादन 0.6 फीसदी बढ़ा है।
इससे पहले मई, 2017 में कोर सेक्टर के उत्पादन में 4.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी, जिससे अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीदों को बल मिला लेकिन जून में कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट एक फीसदी से भी नीचे पहुंच गई है।