यह बात सोमवार को उद्योग मंडल ऐसोचैम ने कही है। ऐसोचैम ने अपने एक अनुसंधान पत्र में कहा वाहन, जैवप्रौद्योगिकी, बीपीओ, शिक्षा, खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य, आतिथ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, पेट्रोरसायन, खेल से जुड़े उत्पाद, कपड़ा जैसे क्षेत्रों में औद्योगिक निवेश में बढ़ने से इस क्षेत्र में अगले दो-तीन साल में दो-ढाई लाख लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष कारोबार मिलेगा।
इसमें कहा गया दिल्ली के करीब होने, कुंडली-पलवल-मानेसर एक्सप्रेसवे, राजीव गांधी शिक्षा शहर में विश्व स्तरीय शैक्षेणिक संस्थानों की स्थापना, आवासीय-वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए जमीन की उपलब्धता, कुशल-अकुशल कार्यबल की उपलब्धता, मेट्रो रेल सेवा का विस्तार कुछ प्रमुख तत्व हैं जिससे इस क्षेत्र की वृद्धि प्रेरित हो सकती है।
ऐसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने उद्योग मंडल का रणनीति पत्र जारी करते हुए कहा दिल्ली में जमीन की बढ़ती कीमत गुड़गांव और आस-पास के शहरों में घरेलू एवं वैश्विक उद्योग के लिए कारोबार विस्तार का उल्लेखनीय मौका है और इस लिहाज से सोनीपत और पानीपत स्मार्ट शहर के तौर पर विकसित आदर्श है। रावत ने कहा कर रियायत, विकास शुल्क में रियायत और अन्य संबंधित सब्सिडी से इस क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने तथा हरियाणा के चहुमुखी विकास में मदद मिलेगी।