इस नई पेशकश के साथ कंपनी ने हैचबैक कारों के प्रीमियम खंड में हुंदै-आई20, होंडा-जाज और फाक्सवैगन-पोलो को टक्कर देगी जिनकी कीमतें 5.34-8.63 लाख रुपये के दायरे में है। कंपनी ने उन्नत तकनीक और नई खूबियों से लैस हैच बैक को जापान सहित 100 देशों के बेचने की योजना बनाई है।
एमएसआई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी केनीची आयुकावा ने अपनी इस नई पेशकश के अवसर पर यहां संवाददाताओं से कहा, ‘ बलेनो वास्तविक रूप से वैश्विक मॉडल है। यह न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में हमारे ग्राहों को संतुष्ट करेगा। इस मॉडल में डिजाइन की बारीकी और प्रौद्योगिकी की खूबियां शामिल की गई है। उन्होंने कहा, ‘ त्योहारों का मौसम आ चुका है और यह बलेनो पेश करने का सही अवसर है। हमें 2020 तक सालाना 20 लाख कारें बेचने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के मिशन में यह एक महत्वपूर्ण मॉडल है। मुझे यह कहते हुए खुशी है कि यह मॉडल भारत से जापान में निर्यात किया जाएगा और इस तरह यह एमएसआई के इतिहास में एक नया अध्याय खोलने जा रहा है।’
आयुकावा ने कहा कि इस मॉडल को 100 देशों में बेचने की योजना है। इसका निर्यात अगले साल के शुरू से चालू हो जाएगा। पहले साल इस माडल की 50,000 कारों का निर्यात होने की उम्मीद है जिनमें 6,000 कारें जापान जा सकती है। बलेनो हैचबैक की 2,500 बुकिंग मिल चुकी है। यह वाहन कंपनी के मानेसर (हरियाणा) संयंत्र में बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि मारति और इसके भागीदारों ने इस मॉडल के विकास पर 1060 करोड़ रुपये का निवेश किया है। एस क्रास के बाद नेक्सा बांड शोरम का यह दूसरा माडल है। इसमें मनोरंजन के लिए एपल का कारप्ले लगा है। एपल की इस प्रणाली वाली यह देश की पहली कार है। पेट्रोल वर्जन की बलेनो का औसत 21.4 किलो मीटर प्रति लीटर तथा डीजल संस्करण का 27.39 किलो मीटर प्रति लीटर है।