पीएम मोदी ने इसे लॉन्च करने के दौरान कहा कि विकास में रोजगार हमारी प्राथमिकता है। मुद्रा से छोटे उत्पादकों, रेहड़ी वालों, दुकनदारों को फायदा होगा। साथ ही यह बैंक माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूशंस के लिए रेगुलेटर के रूप में काम करेगा। वित्त मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि मुद्रा बैंक न सिर्फ छोटे उद्यमियों की जिंदगी में सुधार लाएगा, बल्कि जीडीपी में बढ़ोतरी और रोज़गार के क्षेत्र में भी इनका अहम योगदान होगा।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण में मुद्रा बैंक के लिए 20,000 करोड़ रुपये और क्रेडिट गारंटी कोष के लिए 30,000 करोड़ रुपये के फंड का ऐलान किया था। उद्यमियों को तीन वर्गों में बांटा गया है, शिशु, किशोर और तरुण। शिशु वर्ग को 50 हजार, किशोर वर्ग को 50 हजार-5 लाख और तरुण वर्ग को 5 लाख से 10 लाख तक का लोन दिए जाने का प्रावधान है।
मोदी ने कहा, बैंकों से कहा गया है कि वह बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के ऋण का पुनर्गठन करें, बीमा कंपनियों से भी उनके दावों का निपटान सक्रियता से करने के लिए कहे।