सचदेव अपने मित्र रवि सरावगी के साथ मिलकर यूनिफोर साफ्टवेयर सिस्टम्स कंपनी चला रहे हैं। टाइम ने सचदेव के परिचय में कहा कि चेन्नई का यह स्टार्टअप ऐसे सॉफ्टवेयर बना रहा है जिससे लोगों को बातचीत करने और अपनी स्थानीय भाषा में आनलाईन बैंकिंग सेवाओं का फायदा उठाने में मदद करता है। यूनिफोर के उत्पादों में एक आभासी सहायक है जो विश्व की 25 से अधिक वैश्विक भाषाओं और 150 बोलियों में सेवाएं प्रदान कर सकता है और इसका उपयोग 50 लाख से अधिक लोग कर रहे हैं। सचदेव ने कहा, फोन से वित्तीय समावेश बढ़ाने या किसानों को मौसम की जानकारी प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा, आपको एक तरीके की जरूरत होती है कि प्रौद्योगिकी के जरिए लोग संवाद कर सकें।
टाइम ने कहा कि सॉफ्टवेयर के जरिए सचदेव दूरियां पाट रहे हैं कि और करोड़ों लोगों को डिजिटल तथा वास्तविक दुनिया के बीच के फर्क को पार करने में मदद कर रहे हैं। इसमें कहा गया कि सचदेव ने उस समस्या का समाधान ढूंढा कि फोन की भाषा ग्रामीण भारत के ग्रामीणों की नहीं होती।