सूद ने कहा कि इस धन का इस्तेमाल कर्ज चुकाने, अगले सप्ताह शुरू होने वाली स्पेक्ट्रम नीलामी में बोली लगाने, नेटवर्क के विस्तार तथा अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंपनी पर इस समय लगभग 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज है और यह कंपनी की इक्विटी (शेयर पूंजी) का लगभग आधा है। सूद ने आईपीओ के बारे में कोई ब्यौरा तो नहीं दिया लेकिन कहा कि कंपनी शेयर बिक्री की तैयारी जोर-शोर से जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी का कुल ग्राहक आधार 20 करोड़ हो गया है। इनमें से 10.6 करोड़ ग्राहक ग्रामीण इलाकों में हैं। अब तक वोडाफोन ने भारत में 1,15,500 करोड़ रपये का निवेश किया है और उसकी 137000 साइटें हैं। उल्लेखनीय है कि रिलायंस जियो ने इसी महीने से अपनी 4जी सेवाओं की शुरुआत कर देश के दूरसंचार उद्योग में हलचल मचा दी है। कंपनी ने नि:शुल्क वायस काल के साथ साथ सस्ते डेटा प्लान की घोषणा की है।
भाषा