पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब देकर साबित किया कि उसे रणनीति और सामरिक क्षेत्र में बढ़त हासिल, लेकिन विदेश मोर्चे पर बहुत कुछ करने की दरकार
अमेरिकी राष्ट्रपति की संघर्ष विराम का श्रेय लेने की कोशिशों से किरकिरी, उस पर चुप्पी नहीं राष्ट्रीय हितों पर कड़ा रुख जरूरी, अमेरिका से व्यापार बातचीत में सावधनी बरतने की दरकार
टर्म इंश्योरेंस आपके परिवार और आश्रितों के लिए सुरक्षा कवच है, मगर जोखिम उठाने की क्षमता और जरूरतों के मुताबिक पुराने प्लान या यूलिप पर कर सकते हैं विचार
आतंकवादियों को ठिकाना देकर पकिस्तान को हासिल क्या हुआ? भारत ऐसी घटनाओं से कमजोर हुआ या पाकिस्तान की ताकत में इजाफा हुआ? इसका जवाब पाकिस्तान की हुकूमत और अवाम को सोचना चाहिए। मुल्क की बदहाली के लिए जिम्मेदार पुराने एजेंडे को छोड़ कर उन्हें नई शुरुआत करनी चाहिए